अग्निशमन सेवा दिवस विशेष
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नागपुर। संपूर्ण ब्रह्मांड मे सामायिक पंच तत्व अग्नी, जल, वायू, आकाश एवं भूमी से व्याप्त इस संसार मे मानव देह भी इन्ही पांच तत्व से निर्मित हैं| यह पांचो तत्व जीवन के अत्यावश्यक हैं मगर इनमे से एक ने भी अपनी मर्यादा छोडी तो सृष्टीचक्र विचलित हो जाता हैं, सभी तरफ हाहाकार मच जाता हैं, मानव जीवन अस्तव्यस्त हो जाता हैं।
इन पांच तत्वो मे से आज अग्निशमन सेवा दिवस के उपलक्ष मे हम बात करेंगे अग्नी तत्व की, जन्म से लेकर मृत्यू तक हर कार्य मे अग्नी की आवश्यकता होती हैं। रोजमर्रा की जिंदगी मे दो वक्त की रोटी के लिये भी अग्नी की जरुरत हैं इसलिये मानव की सर्वोत्तम खोज हैं अग्नी।
जीवनयापन करने के लिये हम रोज अग्नी (आग) का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन जब यह अग्नी हमारे कंट्रोल से बाहर हो जाती हैं तो कई जिंदगी और परिवार, शहर तबाह हो जाते हैं| ऐसी अग्निदुर्घटनाओ से हमे बचाने मे मानवता के रक्षक अग्निशमन जवान आग मे कुद पडते हैं, उनका एक हि लक्ष होता हैं अपनी जान पर खेल कर दुसरो की जान माल की हिफाजत करना।
चाहे कितनी भी बिकट परिस्थिती हो वो अपने कर्तव्य पथ पर अडीग होकर अपने कार्य को अंजाम देते हैं, उस समय उन्हे अपने और अपने परिवार से ज्यादा दुसरों की फिक्र होती हैं| भीषण अग्नी मे अग्निदेवता को नमन कर अपनी जान की परवाह किये बगैर आग पर काबू पाने के लिये अपनी जान दाव पर लगा देते हैं| कई बार ऐसी दुर्घटनाओ मे कई अग्निशमन जवान आग मे झूलज कर जख्मी हो जाते हैं तो कई अपनी जान गवा देते हैं। ऐसी घटनाये हर वर्ष कही ना कही आयेदिन होतीही रहती हैं।
पिछले कुछ दशक पर नजर डाली जाये तो सबसे बडी अग्निदुर्घटना 14 अप्रेल 1944 को मुंबई मे हुई और उस अग्निकांड मे कई अग्निशमन जवान और अधिकारीयोने अपने प्राणो की आहुती दी| यह सिलसिला यही नहीं रुका और चलता हि रहा जैसे उपहार सिनेमा दिल्ली, कालबादेवी मुंबई, तक्षशीला सुरत, लोटस बिल्डिंग मुंबई, गेम झोन राजकोट और भी कई सामील हैं, फिर भी अग्निशमन जवानो के कदम रुके नहीं।
आज 14 अप्रेल को संपूर्ण भारत मे शहीद जवांनो की याद मे अग्निशमन सेवा दिवस मनाया जाता हैं और सभी अग्निशमन शहीद जवांनो को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुये श्रद्धांजली दी जाती हैं| कहा जाता हैं की, उनके आने से जनता को राहत का अहसास होता हैं क्योकी आग पर काबू पाने का हुनर और जज्बा उन अग्निशमन जवांनो के पास होता हैं, जो मरकर भी दुसरों के दिलो मे जिंदा रहते हैं| नमन ऐसे वीर अग्निशमन शहीद जवांनो को.. जय हिंद जय भारत
- प्रकाश मोतीराम हेडाऊ
BSc, ADIS, DO(NFSC), LLB
संस्थापक अध्यक्ष (अस्तित्व फॉउंडेशन)
महाराष्ट्र शासन पुरस्कार प्राप्त
विशेष कार्यकारी अधिकारी (महाराष्ट्र शासन)