संस्कार शिबीर आज की जरूरत : विनोद संत
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अस्तित्व फाऊंडेशन का संस्कार एवं व्यक्तीमत्व विकास शिबीर संपन्न
नागपुर। गरीब सेवा बस्ती के बच्चो को एक जगह इकट्टा कर उन बच्चो को उचित शिक्षा एवं मार्गदर्शन कर विकसनशील समाज के धारा प्रवाह मे लाने का कार्य नागपूर की अस्तित्व फॉउंडेशन नामक संस्था पिछले पंधरा वर्ष से नियमित तौर से कर रही हैं। ईस वर्ष भी यह शिबीर 13 से 20 अप्रेल तक कुंदनलाल गुप्ता नगर हनुमान मंदिर मे अस्तित्व फाऊंडेशन की ओर से आयोजित किया गया।
इस आठ दिवसीय संस्कार व व्यक्तीमत्व विकास शिबीरका समापन एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम भारतीय सुरक्षा परिषद के महानिर्देशक विनोद संत इनके प्रमुख उपस्थिती मे एवं एनआईटी के टाउन प्लॅनिंग इंजिनियर और योग प्रशिक्षक प्रशांत जीभकाटे इनकी अध्यक्षता में और रेल्वे अधिकारी श्रीमती शिलाताई कोहळे, अस्तित्व फाऊंडेशन के उपाध्यक्ष प्रमोद हेडाऊ, कार्याध्यक्ष राजेश संत एवं शिबीर संचालिका मंजू प्रकाश हेडाऊ इनकी प्रमुख उपस्थिती में बड़े ही हर्षोल्हास के साथ संपन्न हुआ।
कार्यक्रम की सुरूवात भारत माता को नमन कर सामुदायिक प्रार्थना के साथ दीपप्रज्वलन कर की गयी। बच्चो द्वारा सुंदर स्वागत गीत एवं योगा के प्रात्यक्षिक और डान्स प्रस्तुत किये गये| उपस्थित मान्यवरो द्वारा बच्चो के सादरीकरण की प्रसंशा की गयी। शिबीर मे आयोजित स्पर्धाओके विजेताओ को पुरस्कृत किया गया और शिबीर मे सहभागी सभी बच्चो को शिक्षा सामुग्री, स्कुल बॅग, रजिस्टर, कंपास बॉक्स, पाणी बोतल और चिक्की पॅकेट अस्तित्व फॉउंडेशन की ओरसे मान्यवरो द्वारा भेट स्वरूप दिया गया। इसमौके पर बच्चों के माता पिता भी बडे पैमाने पर उपस्थित थे।
विनोद संत ने अपने भाषन मे बच्चों को प्रोत्साहीत करते हुये कहा की आज के इस मोबाईल के जमाने मे बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिये ऐसे शिबीरो की जरूरत है और ऐसे समाज एवं राष्ट्रहित के कार्य अस्तित्व फाऊंडेशन की टिम निरंतर करती आ रही है, उनके कार्यो की सराहना की। बच्चों का अच्छा विकास कराने और उन्हे अच्छा मार्गदर्शन मिल सके इसलिये स्लम एरीया के बच्चों के पालको को भी ऐसे शिबीर की जरूरत है।
आठ दिन के इस शिबीर मे बच्चों को रोज योगा, प्राणायाम, सूर्यनमस्कार, मेंटल अबीलीटी, संस्कार, दैनिक व्यवहार, सामान्य ज्ञान, चित्रकला, महापुरुषाोका जीवनचरित्र, देश हित, योग्य आहार के साथ साथ बौद्धिक विकास हेतू अनेकानेक ज्ञानवर्धक बाते बताई जा रही है, जिससे बच्चों का सर्वांगीण विकास हो। उनमे शिक्षा एवं खेल के प्रती रूची बढे ताकी बढे होकर उनके सपने साकार हो सके, पॉझिटिव्ह एनर्जी के विकास हेतू अलग अलग तकनिक बताई गई एवं और उनका अभ्यास कराया गया।
साथ ही पर्यावरण सुरक्षा, रोड सुरक्षा, अंधश्रद्धा निर्मूलन के बारे मे बताया गया। जिसमे प्रशांत जीभकाटे, मेघना चेडगे, चित्रा हस्तक, परमानंद बोपचे, केदारनाथ शाहु, शिला कोहळे, हेमराज हेडाऊ, तुशार देवगडे, दिपकजी खांबाळकर, संगीता हेडाऊ, गणेश हेडाऊ, गणेश धकाते, होमेश पखाले एवं शिबीर संचालिका मंजू हेडाऊ आदी अनेक मान्यवरो द्वारा विशेष मार्गदर्शन नित्य दिन होता रहा। संपूर्ण
शिबीर का संचालन मुख्य मार्गदर्शक और शिबीर संचालिका सौ मंजुताई हेडाऊ द्वारा किया गया। समापन कार्यक्रम का प्रास्थाविक राजेश संत एवं समापन सूत्र संचालन कावेरी हेडाऊ ने किया| आभार प्रदर्शन मोहनीश हेडाऊ ने सुंदर शब्दो मे किया।
शिबीर की यशस्वीता के लिये मान्यवर सचिव विशाल बोकडे, महिला मंडळ सचिव श्रीमती शिलाताई कोहळे, कार्यकर्ता संजय हेडाऊ, गणेश हेडाऊ, हेमराज हेडाऊ, गणेश धकाते, नितीन गोखले, संगीता हेडाऊ, दर्शना पराते, कावेरी, मोहनिश आदी के सहयोग से सुचारू रूप से सफल हुआ।