विदर्भ के थैलेसीमिया और सिकलसेल पीड़ित बाल रोगियों को बजाज फाइनेंस का समर्थन
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नागपुर। विदर्भ क्षेत्र में थैलेसीमिया और सिकलसेल जैसी बीमारियों की समस्या अत्यंत महत्वपूर्ण है। इन रोगों का उन्मूलन हो और पीड़ित बच्चों को समय पर आवश्यक उपचार मिल सके, इसके लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस लगातार प्रयासरत हैं। मुख्यमंत्री के इन प्रयासों को सफल बनाने के लिए बजाज फाइनेंस ने स्वयं आगे आकर इन बाल रोगियों के स्वास्थ्य से संबंधित अभियान में भागीदारी की है। बजाज फाइनेंस द्वारा बाल स्वास्थ्य और कौशल विकास के क्षेत्र में किया जा रहा कार्य अत्यंत सराहनीय है।
इसी दिशा में मुख्यमंत्री श्री फडणवीस के महत्वपूर्ण अभियानों में से एक - विदर्भ क्षेत्र में थैलेसीमिया और सिकलसेल से ग्रस्त बालकों के स्वास्थ्य से संबंधित पहल में बजाज फाइनेंस सहयोग कर रहा है। इसी संदर्भ में नागपुर के डॉ. विंकी रुघवानी पिछले कई वर्षों से थैलेसीमिया एंड सिकलसेल सेंटर द्वारा सेवाभाव से यह उपक्रम चला रहे हैं। इस कार्य को सहायता देने की पहल बजाज फाइनेंस ने की है।
विदर्भ के 11 जिलों में अनुसूचित जाति और जनजाति वर्ग व अन्य थैलेसीमिया व सिकलसेल से पीड़ित बच्चों का समर्पण भाव से इलाज डॉ. रुघवानी कई वर्षों से कर रहे हैं। नागपुर स्थित थैलेसीमिया एंड सिकलसेल सेंटर, थैलेसीमिया एंड सिकलसेल सोसाइटी ऑफ इंडिया संस्था द्वारा संचालित किया जाता है। इस केंद्र की स्थापना वर्ष 2010 में की गई थी।
डॉ. रुघवानी की पहल के अंतर्गत थैलेसीमिया और सिकलसेल पीड़ित बच्चों का नियमित इलाज किया जाता है और जरूरत पड़ने पर उन्हें भर्ती भी कराया जाता है। एक थैलेसीमिया रोगी पर एक वर्ष में रक्त संक्रमण व अन्य उपचार हेतु लगभग ₹24,000, औषधियों के लिए ₹25,783 और आवश्यक जांच के लिए अनुमानित ₹8,000, यानी कुल ₹58,000 से ₹60,000 तक का खर्च आता है। वहीं, एक सिकलसेल रोगी के उपचार, केंद्र में भर्ती व जांच के लिए लगभग ₹9,000 से ₹10,000 खर्च होता है।
विदर्भ के जिन इलाकों में ये बीमारियां ज्यादा हैं, वहाँ के परिवारों के लिए यह खर्च वहन करना कठिन होता है। ऐसे में रोगियों को निःशुल्क रक्त संक्रमण (ब्लड ट्रांसफ्यूजन), इसके लिए आवश्यक डिस्पोजेबल सामग्री, जरूरी दवाएं जैसे आयरन किलेटर्स आदि निःशुल्क प्रदान की जाती हैं। थैलेसीमिया और सिकलसेल पीड़ित रोगियों को मिलने वाला इलाज और दवाएं विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा निःशुल्क उपलब्ध कराई जा रही हैं। इन संस्थाओं को बजाज फाइनेंस के माध्यम से आर्थिक सहायता दी जा रही है।
पिछले एक वर्ष में थैलेसीमिया के 148 और सिकलसेल के 176 रोगियों का थैलेसीमिया एंड सिकलसेल सेंटर के केंद्र में इलाज हुआ है। साथ ही हर वर्ष लगभग 300 थैलेसीमिया और सिकलसेल पीड़ित बच्चों का इलाज किया जा रहा केंद्र सरकार के सिकलसेल उन्मूलन के राष्ट्रीय लक्ष्य की पूर्ति के साथ-साथ मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के बाल स्वास्थ्य संवर्धन के महत्त्वाकांक्षी अभियान को बजाज फाइनेंस का सहयोग मिलने से इन बच्चों का जीवन सरल और बेहतर बनाने में मदद मिल रही है।