सिंध के महान कर्मयोगी बलिदानी संत कंवरराम साहब की 140 वीं जयंती मनाई
https://www.zeromilepress.com/2025/04/140.html
नागपुर। पूरे देश विदेश की एकमात्र सिंधीसमाज की एकमात्र रजिस्टर्ड संगठन आई एस एस एस की महाराष्ट्र महिला टीम ने इस अवसर पर पूज्य संत को श्रद्धापूर्वक याद कर सिंध के महान कर्मयोगी बलिदानी संत कंवरराम साहब की रविवार 13 अप्रैल को 140 वीं जयंती मनाई।
संत कंवरराम की जयंती पर अध्यक्ष डॉ भागेश्वरी खेमचंदानी और महासचिव सुनीता जेसवानी ने उनका स्मरण किया और उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किए। संत जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला ,डॉ भागेश्वरी खेमचंदानी ने कहा कि संत कंवर राम साहब गरीबों के मसीहा थे। उनकी गिनती सूफी संतों में होती है। संत कंवर राम साहब ने ईश्वर की आराधना का संदेश दिया था, तथा अपने भक्ति गीतों के माध्यम से वे सीधे ईश्वर से जुड़ जाते थे। उनकी वाणी में मिठास थी। उनके गाए लोकगीतों को सुनकर लोग ईश्वर से जुड़ जाते थे। किंवदंती है कि एक बार उन्होंने मृत बालक को जीवित कर दिया था। सुनीता जेसवानी, रश्मि मोहनानी ने संत कंवर राम साहब के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए सभी से मानव सेवा करने एवं आध्यात्मिक कार्य में भाग लेने का आह्वान किया।
सभी ने संत कंवर राम जी की जयंती (13 अप्रैल) के अवसर पर उन्हें नमन करते हुए सिंधी समाज सहित समस्त उपस्थित जनों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी, आई एस एस एस के संस्थापक इंटरनेशनल अध्यक्ष प्रताप मोटवानी ने कहा कि संत कंवर राम जी ने समस्त मानवता को प्रेम, करुणा और भाईचारे का संदेश दिया। उन्होंने सत्य, अहिंसा, त्याग और विश्वबंधुत्व के समूह बनाते हुए समाज को एक नई दिशा दिखाई।
संत कंवर राम जी की सादगी, सेवा और परोपकार का भाव आज भी जन-जन को प्रेरित करता है। उनकी जीवन यात्रा परोपकार, आध्यात्मिक वैयक्तिक और मानवतावादी पत्रिका का संगम, जो समाज के लिए अद्भुत प्रकाशपुंज था। उन्होंने कहा कि महान संतों के आदर्शों को स्थापित कर हम एक सामाजिक रूप से समरस और आध्यात्मिक रूप से समृद्ध समाज का निर्माण कर सकते हैं।
कि वे संत कंवर राम जी के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं और प्रेम, शांति एवं सेवा के मार्ग पर चलें।
इस अवसर पर आई एस एस एस महाराष्ट्र महिला टीम की अध्यक्ष डॉ भाग्यश्री खेमचंदानी, महासचिव सुनीता जेसवानी उपाध्यक्ष सर्व, रश्मी मोहनानी ,सरिता अमरनानी, अनिता नागवानी, गीता चावला, सपना बत्रा सचिव सर्व हेमा खुबनानी, कंचन मुल्तानी विमला रावलानी, पूनम काकवानी, हर्षा गेहानी, शालिनी कल्याणी, रेखा विश्नानी और विधि ग्वालानी उपस्थित थे, कार्यक्रम का संचालन डॉ भाग्यश्री खेमचंदानी ने किया आभार प्रदर्शन सुनीता जेसवानी, रश्मि मोहनानी ने किया।