जिव्हाला संस्था ने किया अंजलि का कन्यादान
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जिव्हाला कन्यादान पहल निरंतर जारी है
नागपुर/उमरखेड़। जिव्हाला संस्था उमरखेड जिला यवतमाल की ओर से, जिसे अंतर्राष्ट्रीय आइकन पुरस्कार और आईएसओ प्रमाणीकरण प्राप्त हुआ है, तालुका के पलाशी के एक बहुत गरीब और बेसहारा किसान की बेटी सुश्री सुलभवार। अंजलि किसन सुलभेवार, पलाशी ताल. उमरखेड़ जिला. यवतमाल निवासी को उसकी शादी के लिए उपयोगी उपहार दिए गए हैं। अब तक संगठन ने विभिन्न संगठनों और धर्मार्थ व्यक्तियों के माध्यम से 98 परिवारों को उपहार प्रदान करके अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता को बढ़ाया है। पलाशी तालुका के किसान किसन सुलबेवार की तीन बेटियाँ और एक बेटा है। सबसे छोटे बेटे की शादी के दौरान उनकी पत्नी का निधन हो गया। किसन सुलबेवार ने अपने बच्चों को बचपन से ही पढ़ाया-लिखाया और बड़ा किया। उनकी आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब है। भूमिहीन और विकलांग होने के बावजूद वे बांस से विभिन्न वस्तुएं बनाकर बाजार में बेचते हैं और अपने बच्चों को शिक्षित और पोषित करते हैं।
परिवार के मुखिया के रूप में, किसान सुलाबेवार को जीवन और व्यवसाय के बीच संतुलन बनाने में काफी दबाव का सामना करना पड़ता है। जैसे-जैसे उनकी बेटी की शादी की तारीख नजदीक आती गई, उनकी चिंताएं बढ़ती गईं। यह मामला जीवाला संस्था के अध्यक्ष अतुल भाऊ मडावर के ध्यान में आया। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए जीवाला संस्था ने अंजलि की शादी के अवसर पर उपहार प्रदान कर एक मिसाल कायम की है। संगठन की सराहनीय पहल का हर जगह स्वागत हो रहा है। सुश्री को उमरखेड़ पुलिस स्टेशन के थानेदार शंकर पंचाल द्वारा प्रस्तुत किया गया। अंजलि किसान को घरेलू बर्तनों का एक सेट उपहार स्वरूप दिया गया। जीवाला संस्था के सलाहकार और भद्रा एग्रो नागपुर के प्रमुख अश्विन कुमार कल्लावे के आर्थिक सहयोग से कुल 70 सेट घरेलू सामान दान किए गए।
कार्यक्रम का शुभारंभ थानेदार शंकर पंचाल ने दीप प्रज्वलित कर किया। संस्था के संस्थापक अतुल लताताई राम मडावर ने अपने परिचयात्मक भाषण में बताया कि पिछले 10 वर्षों से संस्था द्वारा विभिन्न संस्थाओं एवं दानी गणमान्य व्यक्तियों के माध्यम से निराश्रित, अत्यंत गरीब एवं जरूरतमंद सहित 98 परिवारों की बालिकाओं को गृहस्थी का सामान उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी तर्ज पर भद्रा एग्रो कार्पोरेशन नागपुर के निदेशक श्री. संस्था ने ‘जिव्हाला कन्यादान’ पहल के लिए संस्था को वित्तीय सहायता के साथ उपयोगी बर्तनों का सेट उपलब्ध कराने के लिए अश्विन कुमार कल्लावे का आभार व्यक्त किया। इसके बाद संस्था के निरंतर कार्यों पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने समाजसेवी व्यक्तियों से अपील की कि वे समुदाय-उन्मुख नेटवर्क को बनाए रखने के लिए आगे आएं। इस अवसर पर उमरखेड थाने के थानेदार शंकर पंचाल और पुलिस कर्मी दादाराव मीराशे, वामन राठोड, दुल्हन के पिता किसन सुलबेवार, साथ ही जिव्हा संस्था के अध्यक्ष अतुल लताताई राम मडावार, सलाहकार संगीता अतुल मडावार, श्रीकांत शाह, रवि रामधनी, पुजारीलाल भारती, रामकृष्ण जागिंड आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन विजय वानखेडे ने किया और आभार प्रदर्शन श्रीकांत शाह ने किया।
शंकर पंचाल - पुलिस निरीक्षक, उमरखेड़ ज़िला यवतमाल ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि सबसे पहले, जिव्हाला संस्था के संस्थापक अतुल मडावर, समाज के वंचित वर्ग और जरूरतमंदों की मदद और सेवा के लिए लगातार काम कर रहे हैं। उमरखेड़ पुलिस स्टेशन की ओर से मैं उन्हें उनके इस काम के लिए बधाई देता हूँ। यह सारा निस्वार्थ कार्य समाज के उन जरूरतमंदों के लिए चल रहा है, जिन्हें वास्तव में आर्थिक मदद, विश्वास और सहारे की जरूरत है और यह बहुत ही दुर्लभ बात है क्योंकि समाज के जरूरतमंदों के भविष्य के लिए निस्वार्थ भाव से काम करना बहुत बड़ी बात है। उन्होंने नवदंपत्ति को वैवाहिक जीवन और खुशहाल नए जीवन की शुभकामनाएं दीं तथा भद्रा एग्रो की प्रशंसा की तथा जीवहला संस्था के माध्यम से भविष्य में संगठन की सफलता की कामना की।