Loading...

रामकृष्ण सहस्रबुद्धे के 'शब्द शब्द मोती बने' मुक्तक संग्रह का लोकार्पण संपन्न


नागपुर। अविशा प्रकाशन के पटल पर सुप्रसिद्ध वरिष्ठ साहित्यकार और चिंतक रामकृष्ण सहस्रबुद्धे की सद्यप्रकाशित कृति 'शब्द शब्द मोती बने' (मुक्तक संग्रह) का लोकार्पण डॉ. वेदप्रकाश मिश्रा, कुलपति डीम्ड यूनिवर्सिटी कराड की अध्यक्षता, सुप्रसिद्ध अर्थ शास्त्री और आठ भाषाओं विशेषज्ञ डॉ. तेजिन्दर सिंग रावल के मुख्य आतिथ्य व में  राष्ट्रसंत तुकडों जी महाराज विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. वीणा दाढ़े के विशिष्ट आतिथ्य में एक गरिमामय समारोह में संपन्न हुआ। वरिष्ठ साहित्यकार अविनाश बागड़े भी इस अवसर पर मंचासीन थे। स्वागत रूबी दास 'अरु', सरस्वती वंदना मीरा जोगलेकर, मुक्तकों का सरस पाठ मुकेश सिंह 'मुसाफिर', संचालन गुफ्तगू के निशांत पाटिल और आभार प्रदर्शन सुप्रसिद्ध व्यंग्यकार, साहित्यकार अनिल मालोकर ने माना।

नगर के साहित्यकार और प्रबुद्धजन जिनकी उपस्थिति ने कार्यक्रम को नई ऊंचाईयों दी उनमें अन्य लोगों के अलावा राकेश गुप्ता, राष्ट्र पत्रिका संपादक कृष्ण नागपाल, पी आर एस आई के उपाध्यक्ष एस  पी सिंह, अशोक श्रीवास्तव, अनेक पुस्तकों के रचयिता संतोष पांडे 'बादल', स्कैन डॉट मुद्रण प्रमुख चंद्रकांत शिवनकर, सुप्रसिद्ध ग़ज़ल ज्ञाता, देवदत्त सांगेप, मोरभवन कार्यक्रम सह संयोजक उमेश शर्मा, प्रभा मेहता, पूनम हिन्दुस्तानी, माधुरी मिश्रा, हेमलता मिश्र 'मानवी', प्रियंका सिंह, देवयानी बनर्जी, बनर्जी सर, पूनम मिश्रा, माया शर्मा, और शहर की सुप्रसिद्ध संस्था गुफ्तगू (मुशायरा भी: मशवरा भी. फेम) के तरुण क्षोत्रिय और आफताब आलम की उपस्थिति रही
समाचार 4546686030623620268
मुख्यपृष्ठ item

ADS

Popular Posts

Random Posts

3/random/post-list

Flickr Photo

3/Sports/post-list