रेलवे ट्रैक बढ़ा पर रेलवे स्टाफ नहीं - डॉ. एम. राघवैय्या
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मध्य रेलवे मजदूर संघ का 3 दिवसीय अधिवेशन
नागपुर। रेलवे निरंतर प्रगति कर रही है। रेलवे सभी क्षेत्र में नए कार्य हुए, 19 हजार किलोमीटर का ट्रैक का जल बिछाया गया, लेकिन उसको लगने वाले कर्मचारियों की संख्या नहीं बढ़ाई गई। जिससे भविष्य में रेलवे का पूरा सिस्टम घने का खतरा बढ़ गया है। इस वजह से नए पदों का सृजन कर संरक्षा कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए। ऐसी मांग नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमेन्स (NFIR) के महामंत्री डॉ.एम. राघवैय्या ने की।
नागपुर में आयोजित मध्य रेलवे मजदूर संघ के तीन दिवसीय अधिवेशन के अवसर पर आयोजित पत्रकार परिषद में बोल रहे थे। इस अवसर पर नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमेन्स (NFIR) के अध्यक्ष गुमान सिंग, डॉ. प्रवीण वाजपेई, अनिल दुबे, जी. एम. शर्मा सहित मजदूर संग के सभी पदाधिकारी उपस्थित थे।
राघवेंद्र ने कहा कि रेलवे कर्मचारियों का कार्य चुनौती पूर्ण है। इसे में उनकी सुविधाओं का ध्यान रखा जाना चाहिए। उन्होंने पुरानी पेंशन योजना को पुनः लागू करने की मांग की। साथ ही आउटसोर्सिंग की रोकने, मेडिकल स्टाफ की भर्ती करने, रेलवे कालोनियों की दक्षा सुधारने, रनिंग स्टाफ का माइलेज बढ़ाने, बोनस सीलिंग को खत्म करने की मांग की।
राघवेंद्र ने कोविड काल के लंबित डीए का भुगतान करने, ट्रांसपोर्टेशन अलाउंस को आयकर से बाहर रखने की मांग करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी।
इस अवसर पर उपस्थित नेशनल फेडरेशन ऑफ इंडियन रेलवेमेन्स (NFIR) के अध्यक्ष गुमान सिंग ने भी वर्तमान सरकार को असंवेदनशील बताते हुए निजीकरण का विरोध किया। उन्होंने कहा कि निजीकरण भ्रटाचार का मार्ग है। उन्होंने प्रधानमंत्री के साथ हुई ओपीएस की बैठक को नकारते हुए सरकार द्वारा हमारे साथ खींचे हुए फोटो से कर्मचारियों में भ्रम फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बैठक में ओपीएस पर कोई चर्चा ही नहीं हुई।
मध्य रेलवे मजदूर संघ के तीन दिवसीय क्षेत्रीय अधिवेशन में कर्मचारियों के हित में अनेक प्रस्ताव रखें गए है। जिन पर चर्चा की गई। अधिवेशन में बड़ी संख्या में कर्मचारियों व मजदूर संघ के पदाधिकारियों ने भाग लिया।