'जिज्ञासा सभी शोध का मूल सिद्धांत है' विषय पर शोध लेखन कार्यशाला संपन्न
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एल. ए. डी. एवं श्रीमती आर. पी. महिला महाविद्यालय में अंग्रेजी विभाग द्वारा आयोजन
नागपुर। एल. ए. डी. एवं श्रीमती आर. पी. महिला महाविद्यालय नागपुर के अंग्रेजी विभाग तथा IQAC पहल, द स्टडी सर्कल के तत्वावधान में शोध लेखन कार्यशाला आयोजित की गई । महाविद्यालय परिसर में 19 से 21 मार्च 2025 तक शोध लेखन कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला का मुख्य विषय था 'जिज्ञासा सभी शोध का मूल सिद्धांत है' प्रोफेसर प्रांतिक बॅनर्जी ने तीन दिवसीय शोध लेखन कार्यशाला के एक सत्र के दौरान कहा कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों, शिक्षकों और शोध विद्वानों को एक मंच प्रदान करना था, ताकि शोध पद्धति को समझने और वास्तव में एक गुणवत्तापूर्ण शोध पत्र और थीसिस लिखने के बीच की खाई को समाप्त करने का प्रयास किया।
तीनों दिनों के लिए मुख्य अतिथि प्रोफेसर प्रांतिक बॅनर्जी ने प्रतिभागियों को व्यवस्थित रूप से निर्देशित किया कि शोध के विचार को कैसे समझें, शोध समस्या को कैसे सीमित करें, शीर्षक क्यों महत्वपूर्ण है और लेखन को कैसे संरचित, वैज्ञानिक और केंद्रित होना चाहिए। नागपुर के साथ-साथ भंडारा, साकोली, चंद्रपुर और अमरावती से प्रतिभागी भी कार्यशाला में शामिल हुए। कार्यशाला व्यावहारिक, और गहन थी। प्रतिभागियों को अपने लेखन कौशल पर काम करने की आवश्यकता है।
कार्यशाला का उद्घाटन आरटीएमएनयू के मानविकी संकायाध्यक्ष डॉ. श्याम कोरेटी के हाथों हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में अंग्रेजी अध्ययन बोर्ड की अध्यक्ष डॉ. उर्मिला डबीर मौजूद थीं। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. पूजा पाठक भी मौजूद थीं। डॉ. कोरेटी ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए गुणवत्तापूर्ण वैज्ञानिक शोध के महत्व के साथ-साथ विश्लेषणात्मक लेखन की अमूल्य कला पर जोर दिया।
अंग्रेजी विभाग प्रमुख तथा उप- प्राचार्या डॉ. ऋता धर्माधिकारी को कार्यशाला के आयोजन में उनके सहयोगियो डॉ. निधि मेश्राम, डॉ.मीनाक्षी कुलकर्णी, डॉ.शिल्पा सरोदे, पूजा बांगर, रीमा खराबे, कल्याणी पिदादी, गायत्री चोरघड़े और नेहा जोगलेकर का सहयोग मिला तथा कार्यशाला सफलतापूर्वक संपन्न हुई।