Loading...

होली फाग


आयो आयो रे  हो...
फागुणयो सब मिल खेले होरी 
बरसाने में आज
कान्हा की टोली डोली  2 

रंग भरी पिचकारी कान्हा 
मारे राधा जु पे 
और राधा मारे लाठी से 
खेले लड़वन की  होरी
आयो आयो रे...

गोप- गोपिका, गवाल- बाल
सब मिल खेल रहे होरी 
रंग गुलाल अबीर उडात है 
और खावे भांग की गोली 
आयो आयो रे...

सारो सारो कह कर उनको
गोपी देत है गारी 
भाँग नशे में गोपन को तो 
गारी लागे प्यारी 
आयो आयो रे...

होरी को ऐसो रंग चढयो 
सब और रंग फुहार 
गावत नाचत, खुशी मनावे 
झूमे है संसार 
आयो आयो रे...

फागुण का महीना देखो 
लाऐ रंग गुलाल
पिवत  खावत गिरत पढत है
खुशी से गावे फाग
हाँ जी मेघा गावे फाग 
आया होरी का त्योहार 
आयो आयो रे...

- मेघा अग्रवाल
   नागपुर, महाराष्ट्र 
काव्य 8731596701241635089
मुख्यपृष्ठ item

ADS

Popular Posts

Random Posts

3/random/post-list

Flickr Photo

3/Sports/post-list