अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं का किया सम्मान
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अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद और कन्हेरे फाउंडेशन नागपुर द्वारा आयोजन
नागपुर। 7 मार्च 2025 को शाम 4 बजे होटल A-1 ट्रिबो, नरेंद्र नगर, नागपुर के सभागार में अखिल भारतीय महात्मा फुले समता परिषद और कन्हेरे फाउंडेशन नागपुर के संयुक्त तत्वावधान में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर समाज, शिक्षा और सांस्कृतिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं का सम्मान स्मृति चिन्ह, शॉल और पुष्पगुच्छ देकर प्रमुख अतिथियों के हाथों किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ समाजसेविका प्रो. नीलिमा ताई देशमुख ने की। प्रमुख अतिथि के रूप में सम्माननीय एड. स्मिता सिंगलकर, श्रीमती प्रतिभा ताई किशोर कन्हेरे, पुलिस उपनिरीक्षक मोसमी कटरे, पूर्व नगरसेविका एड. रेखा बाराहाते, डॉ. संध्या पवार, नागपुर सुधार प्रन्यास के पूर्व न्यासी श्री किशोर कन्हेरे, पलोटी कॉलेज के डीन प्रो. विजय वाढई, श्रीमती शीतल नेरकर और आर.जे. भावना विशेष रूप से उपस्थित रहे। प्रमुख अतिथियों ने विभिन्न विषयों पर महिलाओं का मार्गदर्शन किया और इस अवसर पर कुल 12 महिलाओं को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की प्रस्तावना श्री श्याम चौधरी ने की, संचालन डॉ. संगीता ताई बानाईत ने किया और आभार प्रदर्शन मायाताई जोग ने किया। इस अवसर पर सम्मानित की गई महिलाओं में सुरभी मीरा प्रकाश जयस्वाल, श्रीमती प्रज्ञा ताई प्रमोद राऊत, पूनम मिश्रा पूर्णिमा, श्रीमती वैशाली डांगोरे, कुमारी नीता कांता सोनवणे, श्रीमती वंदना घोड़से और श्रीमती अर्चना बडोले शामिल थीं। महिलाओं को संबोधित करते हुए एड. स्मिता सिंगलकर ने महिलाओं को कानूनी जानकारी प्राप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया और सरकार से महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए उचित सुविधाएँ उपलब्ध कराने की अपील की।
अध्यक्ष नीलिमा ताई देशमुख ने महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। वहीं, पुलिस उपनिरीक्षक मोसमी कटरे ने अभिभावकों से बच्चों को सही संस्कार देने और उन पर ध्यान देने की अपील की।
इस कार्यक्रम में प्रमुख रूप से संदेश सिंगलकर, शंकर घोड़से, अंकित कन्हेरे, संजय बोकड, राजेश रंगारी, आनंद शर्मा, देवेंद्र काटे, संजय डांगोरे, श्रीमती मनीषा काटे, डॉ. नेहा नांदुरकर, नामदेवराव घोड़से, राजेंद्र दुरुकर, प्रीतम करांडे, राहुल पलांडे, शंकरराव चौधरी, प्रशांत दलाल, पंकज नेरकर, सुजाता वांजरे,
अश्विनी बागडे, सुवर्णा रामटेके, प्रेरणा गणवीर, रक्षा दहिवले, मोनाली कांबळे, शीतल देशमुख, रमेश गिरडकर, महेश आढाऊ, गजानन चकोले, समीर वानखेड़े, क्रांति ढोक, राजेश हाडके, ऋषि कारुंडे, भास्कर लकुडकर, विजय नाडेकर, शैलेश मानकर, विजय शेंडे, प्रतीक आर्य, विनोद वंजारी, किशोर गायधने, राजू रंगारी, संजय बोकाडे, अभिजीत कोलारकर, सुनील कन्हेरे, जितेंद्र मगर, अविनाश मस्के, अक्षय अनकर सहित बड़ी संख्या में महिलाएं और कार्यकर्ता उपस्थित थे।