अल्फा ओमेगा क्रिश्चियन महासंघ द्वारा शिक्षकों और नर्सो के सम्मान सेमिनार आयोजित
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नागपुर। अल्फा ओमेगा क्रिश्चियन महासंघ (AOCM) द्वारा शिक्षकों और नर्सों के लिए एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन 26 फरवरी 2025 को नेल्सन हॉल, मेकोसाबाग, नागपुर में किया गया था। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में योगदान देने वाले समर्पित व्यक्तियों को सम्मानित करना था, जिन्हें ईसाई समुदाय के मुख्य स्तंभों के रूप में पहचाना जाता है। इस सेमिनार की सबसे खास बात यह थी कि 80 वर्ष से अधिक आयु की 10 से अधिक बुजुर्ग महिलाओं को उनके बहुमूल्य योगदान के लिए सम्मानित करके उन्हें शॉल और प्रमाणपत्र भेंट किए, जिसे देखकर भावनाओं का ज्वार उमड़ पड़ा और यह क्षण अत्यंत भावनात्मक बन गया।
कार्यक्रम में शिक्षकों और नर्सों को अपनी सेवा अवधि के दौरान और सेवानिवृत्ति के बाद आने वाली चुनौतियों पर एक पैनल चर्चा भी आयोजित की गई। इस चर्चा में उपस्थित लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने अनुभव साझा किए। इस कार्यक्रम का समुचित संकलन श्रीमती अनामिका बेंजामिन और श्रीमती रजिना लोखंडे द्वारा किया गया, जबकि स्तुति और आराधना सत्र डॉ. विक्टर बेंजामिन द्वारा संचालित किया गया, जिससे आध्यात्मिक वातावरण सजीव हो गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. राजाभाऊ टाकसाले उपस्थित थे, जबकि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आशीष शिंदे थे। दोनों ही प्रतिष्ठित व्यक्तियों ने उपस्थित लोगों को मार्गदर्शन और प्रेरणा दी, जिससे उन्हें अपने श्रेष्ठ कार्यों को जारी रखने की प्रेरणा मिली। AOCM के कई प्रतिष्ठित सदस्य भी इस अवसर पर उपस्थित रहे, जिनमें डॉ. वंदना बेंजामिन (राष्ट्रीय महिला अध्यक्ष), डॉ. भावना डोंगेरडिवे (नागपुर जिला अध्यक्ष), जयंत रायबोर्डे, पास्टर बांदु धुले, पास्टर वी.एन. गायकवाड़, पास्टर प्रकाश बेंजामिन, सिस्टर रुथ बोरे, श्रीमती नीता गोपालन, श्रीमती भुसारी और श्रीमती कन्नाडे शामिल थे, जिनकी उपस्थिति ने इस आयोजन के महत्व को और बढ़ा दिया।
यह सेमिनार AOCM की एक सराहनीय पहल थी, जिसने उन लोगों के योगदान को सम्मानित करने का महत्वपूर्ण संदेश दिया, जिन्होंने अपना जीवन शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा को समर्पित किया है। साथ ही, इसने आने वाली पीढ़ियों को भी इनके पदचिह्नों पर चलने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का समापन श्रीमती लता पलसकर द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ । जिसने इस सफल और यादगार आयोजन को पूर्ण किया।