'कुछ दिल ने कहा..' वासंती नग़्में
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नागपुर। प्रकृति इस समय रंगों और फूलों से अपने पूरे शबाब पर होती है। इसी वसंत ऋतु को ध्यान में रखते हुए, वैशु'ज़ म्युज़िकल वर्ल्ड की ओर से 'कुछ दिल ने कहा' शीर्षक के अंतर्गत रोमांटिक गीतों को लेकर, मोर भवन के उत्कर्ष सभागृह में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में विशेष रूप से प्रोफेसर प्रज्ञा भेलवा जी उपस्थिति रहीं। सर्वप्रथम, कार्यक्रम की निर्देशिका वैशाली मदारे ने सभी कलाकारों का शाब्दिक स्वागत किया। कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए राज चौधरी ने 'जब मोहब्बत जवां होती है' गीत से शुरुआत की।
तत्पश्चात, शहर के सुपरिचित गायक कलाकारों ने अपने सुमधुर गीतों को दिलकश अंदाज में पेश कर लोगों का दिल जीत लिया। जिसमें, काकोली मलिक ने ‘पहले प्यार की मुलाकातें', 'दिल विल प्यार व्यार', मिठु चक्रवर्ती ने 'जो गीत नहीं जन्मा', 'दिल में तुझे बिठा के', छाया लुताडे ने 'तेरा मेरा साथ रहे', 'अंखियों को रहने दे', विजय वानखड़े ने 'पल पल दिल के पास', 'हम तुमसे ना कुछ कह पाए', दीपक दुधमोगरे ने 'तेरे मेरे बीच में', 'सुनयना सुनयना', संगीता रामटेके ने 'तुम्हें याद करते करते', 'आपके प्यार में हम',
प्रो. प्रज्ञा भेलवा ने 'कौन आया कि निगाहों में', 'तुमको पिया दिल दिया', सुमन डुलेवाले ने 'अंखियों के झरोखों से', करुणा ढोणे ने 'ढूंढो ढूंढो रे साजना', 'तू क्या जाने बेवफा', दिनेश कामतकर ने 'ये माना मेरी जान', 'सारा ज़माना हसीनों का दीवाना', वैशाली मदारे ने 'तेरे बिना जिया जाए ना' और युगल गीत 'हम तुम्हें इतना प्यार करेंगे', 'मोहब्बत है क्या चीज' गाकर समां बांध दिया। उपस्थित सभी दर्शको ने गीतों को बहुत सराहा। कार्यक्रम का कुशल संचालन श्रीकांत त्रिवेदी ने किया। ध्वनि प्रक्षेपण दिलीप भाई और स्ट्रीमिंग विनोद अग्रवाल ने संभाला। कार्यक्रम की संकल्पना राज चौधरी की रही।