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कहीं ये वो तो नहीं..


'जरा सी आहट होती है तो ये लगता है, कहीं ये वो तो नहीं।'

  
फिल्म हकीकत का यह गीत आज हुबहु वास्तविक लगता है। 
कुछ कुछ मेहमान होते हैं  जो बिन बुलाए आते हैं। आते हैं तो आएं, पर समय पर जाएं तो कम से कम, यह मेहमान तो ऐसा था कि जाने का नाम न ले। और तो और, कैसी विडम्बना है कि हमारी ही रोटी और हमीं को नुकसान। 
आप सोच रहे होंगे,  यह मेहमान आखिर है कौन, जिससे हम सब खफा हैं। यह है महान दुश्मन,  दुश्मनों का राजा कहिए जो ताज पहन कर आ गया,  ताज को अंग्रेजी में कोरोना कहते हैं, यानी की कोरोना या कोविड 19.
19वीं शताब्दी में एक और महामारी  प्लेग की थी जो यूरोप में फैली और कुछ हजार लोगों को कुछ ही हप्तों में मौत के मुंह सुला दिया।  
अभी पूरी दुनिया में यह डर फैला है कि चीन में एक और महामारी फैल रहा है जो पूरे पृथ्वी में कोविड की तरह फिर छा सकता है। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि यह मेटा निऊमो वायरस है जो साधारण निमोनिया जैसा होता है और कोरोना की तरह भयावह नहीं है।
दुनिया की पिछली महामारी स्पॅनिश फ्लू थी जो 1918-1920 के दौरान फैला जिसमें संसार के 4-6 करोड़ लोग मारे गए। 
फिर आया कोविड 19. कोविड के दौरान भारत के घर घर में लोग कोरोना के शिकार हुए और कई घर उजड़ भी गए। 

HMPV क्या है?
ह्युमन मेटा निउमो वायरस, एक वायरस है जो है तो बरसों से लेकिन अभी कुछ हप्तों से चीन देश में महामारी सा फैल रहा है। चीन में अस्पतालों में और श्मशानों में बहुत भीड़ देखी गई।
ठंड के दिनों में यह वायरस ज्यादा फैलता है ।

इस वायरस के क्या लक्षण हैं
सर्दी, खांसी, नाक बहना, छींक, बुखार, गले में खरास, बुखार इसके लक्षण हैं। कुछ मकानों को निमोनिया  अथवा ब्रांकाईटिस हो सकता है।

कैसे फैलता है यह वायरस
खांसने से,  छींकने से, मुंह, नाक, चेहरा हाथों से छूने से, चुमने से या बहुत नजदीकी शारीरिक संपर्क से। 5 वर्ष से कम बच्चों को या जिनकी उम्र 65 से ज्यादा हो या जिन्हें पहले से कोई लंबी बिमारी हो, उन्हें यह बिमारी जल्दी हो सकती है।  

क्या करें
मास्क का उपयोग, एक दूसरे से कम से कम छः फूट की दूरी बनाए रखें, हाथ साबुन से धोएं।
भोजन की चीजों का या चम्मच, थाली, गिलास आपस में साझा न करें।
अगर ज्यादा खांसी हो, तेज बुखार हो, सांस लेने में तकलीफ हो, या होंठों में या जीभ पर नीलापन आये तो अस्पताल में डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें।
दुध का जला छांछ भी फूंक कर पीता है। इसलिए दुनिया का हर एक इंसान डर रहा है कि 'कहीं ये वो तो नहीं'।।

- डॉ. शिवनारायण आचार्य
   नागपुर महाराष्ट्र 
समाचार 6174623419176709441
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