Loading...

महाकौशल फिल्म फेस्टिवल में ‘शौर्य’ के निर्देशक डॉ. प्रभात पांडेय सम्मानित


नागपुर/भोपाल। आरिणी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा निर्मित शैक्षिक शार्ट फिल्म ‘शौर्य’ के लिए फिल्म के निर्देशक डॉ. प्रभात पांडेय को सम्मानित किया गया उक्त फिल्म लगभग 173 फिल्मों में से चयनित की गई इसके लिए महाकौशल फिल्म फेस्टिवल के संयोजक डॉ पवन स्थापक अध्यक्ष ने फिल्म के निर्देशक डॉ. प्रभात पांडेय और इसके मुख्य कलाकार मनोज रावत को सम्मानित किया गया।

फिल्म बाल शिक्षा पर आधारित हैं जिसमें एक बच्चे शौर्य की कहानी जो भी पढाई पर ज्यादा ध्यान ना देकर अन्य गतिविधियों जैसे टीवी देखना मोबाइल चलाना आदि पर ज्यादा ध्यान देता है इस कारण उसकी मां लगातार उसे पढ़ने पर ध्यान देने को कहती हैं लेकिन शौर्य ड्राइंग अच्छी बनाता है पर उसकी मां उसे टीवी कंप्यूटर से दूर रखकर हमेशा पढाई करने के लिए कहती रहती है इसकी शिकायत शौर्य अपने पापा से करता है पर उसके पापा भी ज्यादा ध्यान नहीं देते और इस कारण शौर्य अंदर ही अंदर परेशान रहने लगता है एक दिन उसकी बुआ जो बैंगलोर में साफ्टवेयर इंजीनियर हैं आती है शौर्य अपनी बुआ और ताऊजी का ज्यादा लाड़ला है।

बुआ उसके लिए टेब लाती है और शौर्य को देती है इस पर मां बिगड़ जाती है और बुआ से बोलती है श्रद्धा तुम शौर्य को बिगाड़ रही है इस बीच शौर्य के ताऊ जी आते हैं और श्रद्धा को बताते हैं। शौर्य बहुत अच्छी पैंटिग करता है और शौर्य को बुआ को पैटिंग दिखाने को बोलते हैं शौर्य पैंटिग लेने अपने कमरे में चला जाता है इस बीच श्रद्धा शौर्य की मां को एक कहानी के माध्यम से बताती हैं आज प्रत्येक क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध है। जरूरी नहीं हर बच्चा डाक्टर इंजीनियर ही बने। बच्चे की जिस क्षेत्र में रुचि है उसको पहचानते उसी क्षेत्र में उसे आगे बढ़ने देना चाहिए। आज बच्चे कलाकार, लेखक, टेक्नीशियन, शिक्षक, लाइब्रेरी, पत्रकारिता, संगीत, नृत्य, ड्रामा आदि अनन्य क्षेत्रों में केरियर बना सकते हैं।

इस बीच शौर्य अपनी पेंटिंग ले आता है और बुआ को दिखाता है बुआ शौर्य को मां को दिखाती है और कहती हैं देखिए भाभी शौर्य कितनी अच्छी पैंटिग करता है मां कहती हैं मैंने आज तक नहीं देखी वो कहती हैं सच श्रद्धा तुमने मेरी आंखें खोल दी फिर श्रद्धा शौर्य को कहती हैं पैंटिग के साथ पढाई भी जरूरी है इस तरह फिल्म एक संदेश कि बच्चों का टेलेंट पहचान कर उसी क्षेत्र में आगे बढ़ने दें उन पर पढाई के लिए दबाव नहीं बनाएं अन्यथा परिणीती भयानक हो सकती है जिसकी आप कल्पना नहीं कर सकते।
समाचार 1949215433550126082
मुख्यपृष्ठ item

ADS

Popular Posts

Random Posts

3/random/post-list

Flickr Photo

3/Sports/post-list