पुनरोदय : सहस्रबुद्धे रचित निबंध संग्रह लोकार्पित
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नागपुर। पुनरोदय.. चिंतन के धरातल पर सुप्रसिद्ध साहित्यकार रामकृष्ण वि सहस्रबुद्धे के निबंधों का संग्रहणीय संग्रह लोकार्पित। पीआरएसआई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष (पश्चिम) सत्येन्द्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता, राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त शिक्षिका और मराठी साहित्यकार प्रा उज्ज्वला अंधारे जी के विशिष्ट आतिथ्य और वरिष्ठ हिंदी साहित्य हस्ताक्षर श्रीमती इंद्रा किसलय व अविनाश बागड़े के विशेष अतिथि के रूप में मंच पर उपस्थिति के साथ ही प्रकाशक केदार अभ्यंकर की प्रस्तावना, मंजूषा किंजवड़ेकर सरस्वती वंदना, लेखक रामकृष्ण वी. सहस्त्रबुद्धे का मंतव्य कार्यक्रम की विशेषता रही। संचालन सूत्र स्नेहल तांबेकर ने संभाला। संयोजन दीपक तांबेकर का रहा।
कार्यक्रम में अनेक मराठी साहित्यकारों का अलावा हिंदी लेखकों में डॉ. कृष्णा श्रीवास्तवा, संतोषकुमार पांडे, अनिल मालोकर, हेमलता मिश्रा ‘मानवी’, पूनम मिश्रा, माया शर्मा, माधव बोबड़े, दिव्यानी बनर्जी, प्रतिची सहस्त्रबुद्धे, वारकरी संस्था के उमेश्वर बारापात्रे, रवींद्र देवघरे, श्री मुंजे और साठे जी प्रमुख थे।