मंच पर कला के प्रति समर्पित भावना और बढ़ जाती है : रंजना माकोने
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उभरते सितारे' में 'पारिवारिक खुशियां'
नागपुर। परिवार की खुशियों के लिए कई बार महिलाओं को आज भी संघर्ष करना पड़ता है। घर के काम, अपनी नौकरी, बच्चों की जिम्मेदारी यह सब संभालते हुए परिवार में खुशनुमा माहौल बनाए रखना, वाकई में कठिन कार्य होता है। लेकिन, विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन के उभरते सितारे इस मंच पर आकर बहुत खुशी, अपनापन महसूस होता है। और, कला के प्रति समर्पित भावना और बढ़ जाती है । यह विचार, रंजना माकोने ने बच्चों और उनके अभिभावकों के बीच रखे। इस अवसर पर विशेष रूप से उद्योगपति एवं सुपरिचित सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत ढेंगरे उपस्थित थे।
विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन का नवोदित प्रतिभाओं को प्रोत्साहन के लिए समर्पित लोकप्रिय उपक्रम 'उभरते सितारे'। जिसके अंतर्गत 'पारिवारिक खुशियां' थीम पर मनोरंजक, ज्ञानवर्धक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में पर्व डांस अकैडमी की संचालिका श्रीमती रंजना पुष्पेश्वर माकोने जी उपस्थित थी। इनका सम्मान संयोजक युवराज चौधरी एवं सहसंयोजिका वैशाली मदारे ने स्वागत वस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर किया। शुरुआत में कार्यक्रम की प्रस्तावना संयोजक युवराज चौधरी ने रखी।
तत्पश्चात, बच्चों ने भी इस विषय पर अपने विचार, डांस एवं गीत से सबका दिल जीता। जिसमे, संपूर्णा रेमंडल, सुबोधी जिवने, अश्विनी बेलसरे, आदित्य माकोने, सानिध्य तेलरांधे, खुशबू दुपारे आदि ने शानदार डांस किया। राम बागल ने बढ़िया ग़ज़ल सुनाई।
प्रतिभाशाली बच्चों की प्रस्तुतियों को अभिभावकों के साथ-साथ मोनिका रेमंडल, आर सी महतो, दीपक भावे, मिनाक्षी केसरवानी, प्रीति अभिजीत बागल, नरेंद्र दुपारे, विनोद बोरकर, बाबा खान, शैला वर्मा, अलका रूंघटा, प्रियंका तेलरांधे, विधि माकोने, अर्चना कोचारे आदि ने बहुत सराहा। कार्यक्रम में प्रशांत शंभरकर ने सहयोग किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन, सहसंयोजिका वैशाली मदारे ने किया। तथा, उपस्थित सभी दर्शकों, अभिभावकों और कलाकारों का आभार संयोजक युवराज चौधरी ने व्यक्त किया।