सम्मान प्राप्त होता है तो बढ़ जाती है जिम्मेदारी : आयोडीन मेन डॉ. चंद्रकांत पांडव (पद्मश्री)
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जीरो माइल आइकॉन अवार्ड तथा विशेषांक का हुआ विमोचन
नागपुर। हाल ही में 'जीरो माइल फाउंडेशन' तथा अखबार के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित 'जीरो माइल आइकॉन अवार्ड - 2024' एवं 'विशेषांक' का विमोचन समारोह में राष्ट्रीय हिंदी साप्ताहिक जीरो माइल का सफलतापूर्वक 19 वें वर्ष में पदार्पण हुआ।
इस उपलक्ष्य में जीरो माइल आइकॉन अवार्ड - 2024 का रोचक आयोजन होटल तुली इंटरनेशनल के सभागार में किया गया जिसमें विभिन्न क्षेत्र में सेवारत 18 चुनिंदा व्यक्तियों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मंच पर भारत के आयोडीन मेन डॉ. चंद्रकांत पांडव - पद्मश्री अवार्डी (2021), पूर्व मंत्री रमेशचंद्र बंग, लाइफ लाइन ब्लड सेंटर के मेडिकल डायरेक्टर - डॉ. हरीश वरभे, अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी निदेशक - डॉ. उदय बोधनकर, जेष्ठ नागरिक प्रतिष्ठान के सचिव - राजेंद्र मिश्रा, एनआईटी के पूर्व ट्रस्टी एवं म्हाड़ा के पूर्व चेयरमैन - किशोर कन्हेरे, प्रसिद्ध चार्टर अकाउंटेंट - प्रशांत कुलकर्णी, शिक्षा महर्षि - राजाभाऊ टांकसाले और महाराष्ट्र प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन के प्रांतीय अध्यक्ष - निकेश गुप्ता उपस्थित थे।
अपने प्रास्ताविक में ‘जीरो माइल’ के मुख्य संपादक आनंद शर्मा ने अख़बार और संस्था की गतिविधियों से अवगत कराया। इस अवसर पर अतिथियों के हस्ते ‘जीरो माइल’ के 18वें स्थापना दिन विशेषांक का लोकार्पण किया गया।
भारत के आयोडीन मेन डॉ. चंद्रकांत पांडव - पद्मश्री अवार्डी (2021) ने कहा कि समाज कार्य करते हुए लोगों को यदि सम्मान प्राप्त होता है तो उसकी और भी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। उन्होंने आगे कहा कि विपरीत परिस्थिति में भी जो लोग समाज कार्य को महत्व देते हुए आगे बढ़ते हैं वही हमारा सम्मान है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष पूर्व मंत्री रमेशचंद्र बंग ने जीरो माइल आइकन अवार्ड से सम्मानित अलग-अलग क्षेत्रों के आए हुए महानुभाव का अभिनंदन करते हुए सराहना की। राजाभाऊ टांगसाले ने पुस्तक विमोचन के साथ सभी को शुभकामनाएं भी दी।
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में विशेष रूप से विभिन्न क्षेत्रों में सेवारत 18 व्यक्तियों को ‘जीरो माइल आइकॉन अवार्ड - 2024’ प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इनमें डॉ. संजय उगेमुगे, डॉ. विजयालक्ष्मी रामटेके, राजकुमार गोस्वामी, डॉ. गिरीश मोहन गुप्ता, डॉ. मलिका नंदा, विश्वजीत भगत, पूनम हिंदुस्तानी, नरेंद्र सतीजा, सुप्रिया एवं शिवांश मसराम, डॉ. सुधीर मंगरुलकर, आदेश जैन, आचार्य निहार रुकमंगद, राजेन्द्र शुक्ला, विकास शर्मा, प्रेरणा महिला संगठन, मंजू हेडाऊ, अंकित कन्हेरे, रोशनी सोनी, श्रीनिवास पुजारी और रितेश मोदी का समावेश था।
कार्यक्रम में विशेष रूप से विद्या एवं आनंद शर्मा का स्नेहिल सत्कार किया गया। ज्ञात रहे 'जीरो माइल आइकॉन अवार्ड' समारोह में हर वर्ष पूरे भारत से विभिन्न प्रांतों के चुने गए विशिष्ट व्यक्तियों को यह अवार्ड दिया जाता है। अतिथियों ने ‘जीरो माइल’ की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए शुभकामनाएं दीं। प्रथम सत्र कार्यक्रम का रोचक संचालन मोहम्मद सलीम ने एवं आभार डॉ. प्रवीण डब्ली ने माना।
कार्यक्रम के द्वितीय सत्र के विशेष अतिथियों में राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय की पूर्व अधिष्ठाता - डॉ. विजयालक्ष्मी रामटेके, प्रा. राजेंद्र मिश्रा, मुख्यमंत्री के निजी सहायक - कुमार मसराम, समाजसेवक - जितेंद्र शर्मा, अनिल पाचकवडे, चंद्रशेखर गलगलीकर, पूनम हिंदुस्तानी, आचार्य संजय कटकमवार सहित विभिन्न क्षेत्रों से आए सभी अवार्ड पाने वाले भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम को सफल बनाने में 'जीरो माइल फाउंडेशन' के अध्यक्ष तथा अखबार के प्रबंध संपादक डॉ. आनंद शर्मा, संपादक सौ. विद्या शर्मा, जीरो माइल फाउंडेशन के कार्याध्यक्ष डॉ. दीपक लालवानी, उपाध्यक्ष कृष्णकांत मोहोड, डॉ. प्रवीण डबली, राहुल बोडखे, हर्षिव शर्मा, कृष्णा शर्मा, चिराग शुक्ला, विपिन श्रीवास्तव सहित अन्य का योगदान रहा।