देवउठनी एकादशी पर नारा दहन घाट पर सत्संग कीर्तन
https://www.zeromilepress.com/2024/11/blog-post_24.html
नागपुर। देवउठनी एकादशी के पावन पर्व पर दादी सुशिलादेवी सहजराम दरबार, आहूजा नगर की ओर से प्रभात फेरी का आयोजन किया गया। दरबार के प्रबंधक सेवक सन्मुखदास सेतिया ने बताया कि
प्रतिवर्षानुसार दादी सुशिलादेवी के मार्गदर्शन में इस वर्ष भी नारा दहन घाट पर महिलाओं द्वारा सत्संग किया गया। घाट पर मोमबतियां जलाकर मृतक प्राणियों को श्रद्धांजलि दी गयी।
दादी सुशिलादेवी ने भजन के माध्यम से कहा कि "कभी प्यासे को पनी पिलाया नहीं, बाद अमृत पिलाने से क्या फायदा" उन्होंने कहा कि अपने माता पिता व परिजनों की सेवा जीते जी करना चाहिए , मरने के बाद पकवान खिलाने से क्या फायदा है। स्वामी चांदूराम साहिब दरबार के प्रमुख सेवादारी भाई तुलसीदास खुशालानी ने "मूरख बंदे क्या है जग में तेरा" यह वैराग्य भजन प्रस्तुत कर समां बांध लिया।
इस अवसर पर नाग विदर्भ सेंट्रल सिंधी पंचायत को अध्यक्ष सुरेश जग्यासी प्रमुख से उपस्थित थे। दहन घाट पर स्थापित शंकर भगवान शंकर की मूर्ती पर श्रद्धालुओं ने पुष्प अर्पित कर पूजन किया। अंत में दादी सुशिलादेवी ने मृतक प्राणियों की सदगति के लिए अरदास की। कार्यक्रम का संचालन सन्मुखदास सेतिया ने व आभार