गांधीजी एवं शास्त्रीजी का जीवन प्रेरणा से कम नहीं : हर्षा चौधरी
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'उभरते सितारे' में 'सुमनांजली'
नागपुर। राष्ट्र प्रेम की भाषा जिनमे भरी होती है, ऐसी विरले लोग ही होते हैं। जो देश के लिए अपने प्राणों की बाजी लगाने में भी संकोच नहीं करते। अपना जीवन राष्ट्र को समर्पित करते हैं। जिसका अनुपम उदाहरण महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री, जिनका जन्मदिन 2 अक्टूबर को आता है। कद भले ही छोटा हो लेकिन अपने कार्य से वे महान कहलाते हैं। जहां, गांधी जी का जीवन एक आदर्श है वहीं, शास्त्री जी का जीवन भी प्रेरणा से कम नहीं है। उनके देशहित के कार्यों को शब्दों से सुमनांजलि अर्पित करते हैं। यह विचार श्रीमती हर्षा चौधरी ने बच्चों और उनके अभिभावकों के बीच रखे, और एक गीत भी सुनाया।
विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन का नवोदित प्रतिभाओं को प्रोत्साहन के लिए समर्पित लोकप्रिय उपक्रम 'उभरते सितारे'। जिसके अंतर्गत 'सुमनांजली' थीम पर ज्ञानवर्धक, संगीतमय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में बिजनेस वूमन और सुपरिचित गायिका श्रीमती हर्षा चौधरी अतिथि के रूप में उपस्थित थीं। इनका सम्मान, सहसंयोजिका वैशाली मदारे ने स्वागत वस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में प्रस्तावना संयोजक युवराज चौधरी ने रखी। जिसमें उन्होंने महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जी के जीवन से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां दी। तत्पश्चात, बच्चों ने भी इस थीम पर अपने विचार, गीत और नृत्य से सबको मंत्रमुग्ध किया। जिसमें भव्या अरोरा की प्रस्तुति प्रभावशाली रही। प्रतिभाशाली बच्चों की प्रस्तुतियों को अभिभावकों के साथ-साथ मिनाक्षी केसरवानी, दीपक भावे, सीमा लूहा, मोनिका रेमंडल, देवस्मिता मानस पटनायक, प्रीति अभिजीत बागल आदि ने बहुत सराहा। कार्यक्रम में प्रशांत शंभरकर ने सहयोग किया। कार्यक्रम का संचालन तथा, उपस्थित सभी दर्शकों, अभिभावकों और कलाकारों का आभार संयोजक युवराज चौधरी ने व्यक्त किया।