संजीवन आश्रम एवं प्राकृतिक चिकित्सा केन्द्र सर्वोत्तम सुविधाओं से युक्त हैं - विश्वास पाठक
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नवनिर्मित ‘वृन्दावन सहनिवास’ का शुभारम्भ
नागपुर। यदि विदर्भ में संजीवन आश्रम एवं प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र परियोजना को सफल बनाना है तो इसने व्यावसायिक दृष्टिकोण भी रखना चाहिए। एमएसईबी होल्डिंग कंपनी के निदेशक विश्वास पाठक ने विश्वास जताया कि भविष्य में यह परियोजना इसी दिशा में आगे बढ़ेगी।
डॉ. संजय उगेमुगे लगातार इस प्रोजेक्ट को सामाजिक उद्देश्य से ही देखते आ रहे हैं। लेकिन फिर भी अगर वे इस प्रोजेक्ट के जरिए समाज सेवा करना चाहते हैं तो इसके लिए उन्हें फंड की जरूरत पड़ेगी। इसलिए उन्हें व्यावसायिक दृष्टिकोण के बारे में गंभिरता सें सोचना चाहिए, विश्वास पाठक ने आगे कहां।
आमगांव देवली स्थित संजीवन वृद्धाश्रम क्षेत्र में 'वृंदावन सहनिवास' भवन का उद्घाटन आज विश्वास पाठक द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता तरुण भारत के मुख्य संपादक गजानन निमदेव ने की और एमएसईटीएल के मुख्य अभियंता सतीश अणे मुख्य अतिथि थे।
पिछले 27 वर्षों से इस संजीवन वद्धाश्रम को चलाने में इसके निर्माता डॉ. संजय उगेमुगे सफल हुए हैं। उनके द्वारा स्थापित यह पहल विदर्भ के लोगों के लिए जीवनरक्षक बना हैं। पाठक ने विश्वास जताया कि यहां सर्वोत्तम प्राकृतिक चिकित्सा उपचार दिया जाता हैं और अब यह जल्द ही यहां पांच सितारा सेवा केंद्र बन जाएगा।
वृद्धाश्रम के साथ-साथ संजीवन में प्राकृतिक चिकित्सा, ऑस्टियोपैथी और फिजियोथेरेपी जैसी गतिविधियाँ चल रही हैं। पिछले दो वर्षों में पांच हजार से अधिक मरीज इससे लाभान्वित हुए हैं। सभी सुविधाओं से सुसज्जित 9 कमरों वाला एक नया 'वृंदावन सहनिवास' स्थापित किया गया हैं। इन कमरों को मीरा, राधा, देवकी, कृष्ण, सुदामा, वासुदेव, नंदा जैसे सुंदर नाम दिए गए हैं।
कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री गजानन निमदेव ने कहां, इन दिनों पढ़े-लिखे वृद्ध लोग स्वयं ही वृद्धाश्रम जाना पसंद करते हैं ताकि बच्चों पर बोझ न पड़े। इसके लिए वे ऐसी जगहों को प्राथमिकता देते हैं जहां सबसे अच्छा बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हो। संजीवन विदर्भ का एकमात्र प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र है जो प्रकृति के प्रति समर्पित है। यहां ढेर सारी हरियाली है, पक्षियों की चिलचिलाहट है और मन को प्रसन्न करने वाला माहौल है। ऐसी आनंदमयी जगह पर कोई भी स्वाभाविक रूप से रहना चाहेगा। पत्रकार होने के नाते हम लगातार इस के बारें में लिखते रहते हैं, लेकिन आज हकीकत में यह सब वैभव देखकर हमारी जिम्मेदारी फिर बढ़ गई हैं।
एमएसइबी होल्डिंग कंपनी के निदेशक विश्वास पाठक के जन्मदिन के अवसर पर इस कार्यक्रम में केक काटा गया। संजीवन के बुनियादी ढांचे के लिए, पाठक ने भविष्य में भी परियोजना में मदद करने का वादा किया। उन्होंने इस केंद्र को भविष्य में आत्मनिर्भर बनाने के लिए उगेमुगे को मौलिक सलाह भी दी।
कार्यक्रम का संचालन एवं परिचय डॉ. संजय उगेमुगे ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन ज्येष्ठ नागरिक प्रतिष्ठान के सचिव डॉ. राजू मिश्रा ने किया। डॉ. राजू मिश्रा ने कहा कि इस पहल से शहर के 192 ज्येष्ठ नागरिक मंडल के सदस्यों को लाभ मिलेगा।
संजीवन के सचिव नाना ढगे, डाॅ. सरिता उगेमुगे, शशिभूषण अग्रवाल, अंगाईतकर, अधीक्षक अभियंता, महाट्रांसको, नाना समर्थ, ज्येष्ठ नागरिक प्रतिष्ठान के सदस्य और संजीवन परिवार के सभी सदस्य उपस्थित थे।