परपीड़ा के परसाई का सफल आयोजन
https://www.zeromilepress.com/2024/09/blog-post_169.html
नागपुर। 'वामा विमर्श मंच' एवं 'माध्यम साहित्यिक संस्थान' के संयुक्त तत्वावधान में हरिशंकर परसाई जन्मशती निमित्त कार्यक्रम 'पर पीड़ा के परसाई' का आयोजन मोर भवन में किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार एवं आयुर्वेदाचार्य डॉ. गोविंद प्रसाद उपाध्याय थे।उपाध्याय जी ने अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में परसाई जी की सिद्धांतप्रियता और लेखन के प्रति प्रतिबद्धता पर प्रकाश डालते हुये नागपुर एवं जबलपुर के रोचक किस्से सुनाये।
मुक्तिबोध का नागपुर से संबंध और परसाई जी का मुक्तिबोध के लिए समर्पित मित्र भाव उपाध्याय जी ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में व्यक्त किए। उपाध्याय जी ने मुख्य रूप से बताया कि समकालीन रचनाकारो के साथ परसाई के संबंध और उनकी स्पष्टवादी सोच उनके लेखन में ही नही वरन उनके जीवन में भी दिखाई देती है। मुख्य अतिथि व्यंग्यकार डॉ. नीरज व्यास ने अपने व्यंग्य संग्रह से एक व्यंग्य सुनाया। प्रमुख वक्ता श्री पुष्पेन्द्र फाल्गुन ने विषय पर प्रकाश डाला। व्यंग्यकार डॉ. आभा सिंह ने माध्यम साहित्यिक संस्थान की पृष्ठभूमि बताते हुए जब यम से मिला गम शीर्षक व्यंग्य का पाठ किया।
प्रमुख व्यंग्यकार इनकम टैक्स कमिश्नर अनिल त्रिपाठी ने परसाई जी के व्यंग्य के साथ स्वलिखित व्यंग्य सुनाये। व्यंग्यकार डॉ. शशिकांत शर्मा ने खांसी पर एक मज़ेदार व्यंग्य सुनाया। परसाई की कहानियों का पाठ कलाकार श्री दिनकर बेडेकर एवं सुपांथ भट्टाचार्य ने किया। थियेटर शैली में इनके वाचन को भरपूर वाहवाही मिली। हास्य व्यंग्य की शैली में संचालन रीमा दीवान चड्ढा ने किया।
कार्यक्रम के आरम्भ में सरस्वती वंदना विनिता चौरसिया ने की। वामा मंच की सखियों अर्चना राज चौबे, ज्योति गजभिये एवं सुषमा अग्रवाल ने अपने लिखे व्यंग्य सुनाये। भारती रावल एवं शगुफ्ता काज़ी ने परसाई के व्यंग्य सुनाये। नीलम शुक्ला ने आभार व्यक्त किया। नागपुर के व्यंग्य प्रेमियों में सुजाता दुबे, वीरेन्द्र विल्हेकर, संतोष बुद्धराजा, नंदिता सोनी, माधुरी मिश्रा, ममता विश्वकर्मा, माधुरी बेडेकर, माया शर्मा, स्वर्णिमा सिन्हा, सुषमा भांगे, ऋतु असाई, उमा हरगण, अर्चना चौरसिया, विनोद नायक, मनीष सोनी, अतुल त्रिवेदी और अन्य व्यंग्य प्रेमी उपस्थित थे ।