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सृजन संवाद @1.0 एवं आरिणी साहित्य साधना श्री सम्मान 2024 का आयोजन




नागपुर/भोपाल। हिन्दी पखवाड़े के अंतर्गत 23 सितंबर 2024 को नाईन मसाला रेस्तरां में आरिणी चेरिटेबल फाउन्डेशन भोपाल द्वारा सृजन संवाद @1.0 एवं आरिणी साहित्य साधना श्री सम्मान 2024 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम अपने आप में एक नवाचार लिए हुये था। जिसमें साहित्यकार की एक नहीं बल्कि समस्त कृतियों का विवेचन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्ष रहीं , डॉ वीणा सिन्हा, वरिष्ठ साहित्यकार, 
सेवानिवृत्त अपर संचालक स्वास्थ्य सेवा, मध्यप्रदेश एवं मुख्य अतिथि रहीं रक्षा दुबे चौबे, वरिष्ठ साहित्यकार एवं उपायुक्त मध्यप्रदेश शासन राज्य जीएसटी विभाग। 


अध्यक्ष डॉ वीणा सिन्हा ने कहा कि यह अपने आप में एक अनूठा आयोजन है, ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन समय-समय पर होना चाहिए, इससे सर्जक की रचनात्मकता संपूर्ण रूप से उभर कर सामने आती है। 
मुख्य अतिथि रक्षा दुबे चौबे ने कहा कि रंजना जी की लेखनी में एक परिपक्व बालमन झलकता है, जो कभी हास्य की बात करता है तो कहीं संदेशात्मक सृजन के साथ प्रतिरोध एवं प्रतिशोध के स्वर को भी बुलंद करता दिखाई पड़ता है। कार्यक्रम का सरस संचालन वरिष्ठ श्री सुरेश पटवा ने एवं सरस्वती वंदना प्रस्तुत की वरिष्ठ  साहित्यकार श्री गोकुल सोनी ने किया।


शेफालिका श्रीवास्तव, अध्यक्ष, हिन्दी साहित्य भारती ने डॉ रंजना शर्मा के व्यक्तित्व की व्याख्या करते हुए बताया कि डॉ रचना शर्मा साहित्य सृजन के साथ साथ, गायन, वादन, अभिनय एवं ज्योतिष में भी पारंगत हैं। साहित्य में समग्र मूल्यांकन पर  विवेचना डॉ नीलिमा रंजन ने प्रस्तुत की, आपने डॉ रंजना शर्मा जी की  अबतक प्रकाशित पुस्तकें : फंदे (लघुकथा संग्रह), दो आँखें कई हाथ(कविता सं.), सरस बुंदेली (काव्य संग्रह), नानी की कहानियाँ (भाग-1 एवं भाग -2, आ जा री निंदिया (लोरियाँ), बुंदेली रामायण (मोरे राम), बच्चों के स्वाँग (बाल नाटक संग्रह) एवं ड्रामा फोर चिल्ड्रन (अंग्रेजी) पर विशेष टिप्पणी करते हुए सृजना यात्रा की विशेषताओं पर प्रकाश डाला। 


स्वागत भाषण संस्था अध्यक्ष डॉ मीनू पांडेय नयन ने दिया एवं आभार राजेन्द्र सक्सेना, प्रसिद्ध शिक्षाविद एवं लाइफस्किल ट्रेनर ने प्रस्तुत किया। डॉ रंजना शर्मा के साहित्य में समग्र अवदान के लिए आरिणी साहित्य साधना श्री सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया। सभी अतिथियों के द्वारा उनको सम्मानित किया गया एवं उनकी समस्त पुस्तकों का प्रदर्शन भी किया गया। 


भोपाल शहर के सभी संस्था प्रमुख एवं साहित्यकारों ने अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम को सफलता प्रदान की। 
मुजफ्फर इकबाल सिद्दीकी, अनीता सक्सेना, डॉ कुमकुम गुप्ता, गौरीशंकर गौरीश, डॉ साधना शुक्ला, अवनीन्द्र खरे, बिहारी लाल सोनी, करुणा राजुरकर, राजकुमारी चौकसे, प्रेक्षा सक्सेना, सुनीता शर्मा, मृदुल त्यागी, महेश सक्सेना, राजेन्द्र सक्सेना, ए के श्रीवास्तव, चंद्रभान राही, हरिवल्लभ शर्मा, सीमा हरि शर्मा, अशोक व्यास, अशोक निर्मल, अभिनव सिंह बघेल, लीना वाजपेयी, नीलिमा पालीवाल, मधु सक्सेना, जया आर्य, शशि बंसल, विनोद जैन, मधूलिका श्रीवास्तव, वर्षा चौबे, आरती सिंह आदि ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई तथा उन्होनें साहित्यिक कार्यक्रम में इस तरह के नवाचार को खूब सराहा। 

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