सुप्रिया, शिवांश का नाम इंडिया-एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया
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मां-बेटे की एक साथ रिकॉर्ड छलांग
नागपुर: सुप्रिया कुमार मसराम और उनके 11 वर्षीय बेटे शिवांश ने मंगलवार को निर्धारित समय से पहले अपने-अपने लक्ष्य तक एक साथ पहुंचकर भारत और एशिया रिकॉर्ड बुक में अपना नाम दर्ज करा लिया। भारतीय संविधान के अमृत महोत्सव वर्ष के अवसर पर सुप्रिया ने संविधान के 75 अनुच्छेदों का पाठ किया। उन्हें 10 मिनट की समय सीमा तय की थी, लेकिन मात्र 6 मिनट 21 सेकेंड में ही उन्होंने श्रोताओं के सामने पूरी पंक्तियां सुनाकर कीर्तिमान स्थापित कर दिया।
सिविल लाइंस स्थित चिटनिस सेंटर में कार्यक्रम के आयोजन में पहले भवंस स्कूल के पांचवीं कक्षा के छात्र शिवांश ने विज्ञान की किताब के 100 पन्नों में रेखांकित शब्दों को बिना देखे महज 8 मिनट 5 सेकेंड में दर्शकों को सही-सही बता दिया। एक सौ पन्नों की संख्याओं को आगे-पीछे करने के बाद भी शिवांश ने पूरे आत्मविश्वास के साथ पन्नों पर शब्दों का उच्चारण किया। शिवांश ने बड़ा होकर आईएएस अधिकारी बनने की इच्छा जताई।
इंडिया-एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज मां - बेटे सुप्रिया और शिवांश को पूर्व सांसद अशोक नेते, डॉ. उदय बोधनकर, राजीव भुसारी, प्रो. डॉ. श्रीराम सोनावणे, डॉ. आनंद शर्मा एवं संयोजक डॉ. मनोज तत्ववादी ने सम्मानित किया। तथा सुप्रिया की गुरु वैशाली कोढ़े और शिवांश की गुरु गौरी कोढ़े को मेडल, प्रशस्ति पत्र, उपहार और गुलदस्ते से सम्मानित किया गया।
इस मौके पर मंच पर शिवा के पिता कुमार मसराम मौजूद थे. कार्यक्रम का संचालन आरजे फरहान ने किया। रिकार्ड दर्ज होते ही इस अवसर पर किशोर बागड़े, डॉ. प्रवीण मानवटकर, अजय सोनटक्के, सतीश मेश्राम, गोडबोले, डॉ. संजय जयसवाल, पूनम हिंदुस्तानी समेत कई लोगों ने मां-बेटे को बधाई दी।