कारगिल युद्ध की शौर्य गाथा प्रस्तुति के लिए आयुषी रतूड़ी को किया सम्मानित
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नागपुर। मध्य भारत की सबसे पुरानी बड़ी और प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों सेवादल महाविद्यालय और विदर्भ बुनियादी हाई स्कूल ओमनगर सक्करदरा चौक नागपुर द्वारा 28 अगस्त को कुमारी आयुषी अरविंद रतूड़ी कक्षा आठवीं को शैक्षणिक संस्थानों के अध्यक्ष डॉ संजय शेंडे के हाथों पुष्प गुच्छ नगद राशि और स्कूल साहित्य सामग्रियां देकर सम्मानित किया गया।
यह प्रतिष्ठित सम्मान और सत्कार कुमारी आयुषी अरविंद रतूड़ी को भारत की आजादी पंद्रह अगस्त की 78वीं वर्षगांठ पर उसके द्वारा शानदार तरीके से अपने भाषण में कारगिल युद्ध में भारत देश की विजय शौर्य गाथा के साथ ही कारगिल युद्ध में देश के सैन्य नायकों मां भारती के रणबांकुरे सैनिकों, और अपनी मां माटी मातृभूमि के लिए दुश्मन देश पाकिस्तान के द्वारा छल कपट करते हुए भी विषम वेदना और परिस्थितियों में युद्ध करते हुए महान विजय गाथाएं लिखकर अपने खून की एक एक बूंदों और क़तरे से मां भारती और विश्व विजेता तिरंगे का सम्मान और शौर्य पूरी दुनिया में लहराते हुए शहीद हुए महान् जननायकों जिनकी उम्र ही अभी पूरे वसंत नहीं देख पाई थी और वो देशवासियों को सुरक्षित करते हुए अपने प्राणों की आहुति देने से भी एक कदम पीछे नहीं हटे।
ऐसे ही वीर नायकों की शौर्य गाथा उनके भीषण परिस्थितियों में भी युद्ध जीतने और उनकी आख़री सांसों तक देश के लिए मर मिटने की साहसिक, एतिहासिक, अविस्मरणीय, संस्मरण करवातीं शौर्यगाथाओं को अपने जानदार शानदार भाषण के जरिए छात्र छात्राओं शिक्षकों और उपस्थित गणमान्यजन प्रतिष्ठित अतिथियों के सामने प्रस्तुत करने के लिए दिया गया।
इससे पूर्व भी आयुषी अरविंद रतूड़ी को शैक्षणिक संस्थानों, धार्मिक सांस्कृतिक संस्थाओं द्वारा इतनी छोटी उम्र में ही विभिन्न सामाजिक सांस्कृतिक धार्मिक कार्यो को करने प्राणी सेवा उनके मौलिक अधिकारों के संरक्षण के साथ साथ ही अपने पिताजी अरविंद कुमार रतूड़ी के सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने के लिए सम्मानित किया जा चुका है। उपस्थित गणमान्य अतिथियों, शिक्षकों द्वारा आयुषी अरविंद रतूड़ी के उज्जवल भविष्य की कामना की गई।