उम्र की सीमा बढ़ाए पर वरिष्ठ नागरिकों को दे रियायत
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रेलवे प्रशासन से प्रवीण डबली ने की मांग
नागपुर। रेलवे ने कापरोना कल में वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे किराए में मिलने वाली सहूलियते बंद कर दी। उसके बाद उसे फिर से लागू नहीं किया गया। लेकिन अब जब स्थिति सामान्य हो गई है तो रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों को पुन: रेलवे टिकट में रियायत देना चाहिए। ऐसी मांग दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के क्षेत्रीय परामर्श दात्री समिति के पूर्व सदस्य प्रवीण डबली ने की है।
उन्होंने कहा है कि 60 की उम्र के बाद सरकारी कर्मचारी ही पेंशनधारी होते है। लेकिन निजी क्षेत्र में काम करने वालो को कोई पेंशन नहीं होती। उन्हें घर के सदस्यों पर ही निर्भर रहना पड़ता है। इस में यदि वे भी निजी क्षेत्र के कर्मचारी हो तो बड़ी मुश्किल होती है। कोई व्यक्ति अपने माता पिता को सुरक्षित व आरामदायक यात्रा कराना चाहता है तो वह चाह कर भी करा नही सकता। ऐसे में रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों की रियायत बंद नहीं करना चाहिए।
रेलवे भले ही वरिष्ठता की उम्र सीमा बढ़ाकर 70 वर्ष पुरुष व 68 वर्ष महिलाओं के लिए कर दे। यह सुविधा भी सभी ट्रेनों में सभी वर्ग के लिए लागू होनी चाहिए। ताकि देश का वरिष्ठ नागरिक आजादी के अमृत महोत्सव में यात्रा का लाभ ले सके। ज्ञात हो की पहले पुरुष हेतु 60 वर्ष व महिलाओं के लिए 58 वर्ष के आयु सीमा निर्धारित थी। उन्हें महिलाओं को 50 फीसदी व पुरुषो के लिए 40 फीसदी रियायत दी जाती थी। रेलवे प्रशासन से प्रवीण डबली ने मांग करते हुए वरिष्ठ नागरिकों को टिकट में रियायत देने पर विचार कर उसे 15 अगस्त आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर लागू करने की मांग की है।