आराधिका राष्ट्रीय मंच द्वारा ‘अंतरराष्ट्रीय पितृ दिवस’ निमित्त भव्य ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय काव्य गोष्ठी संपन्न
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नागपुर/इस्लामपुर। आराधिका राष्ट्रीय मंच इस्लामपुर पश्चिम बंगाल की संस्थापिका / अध्यक्षा निधि बोथरा जैन के तत्वावधान में आराधिका राष्ट्रीय मंच द्वारा ‘अंतरराष्ट्रीय पितृ दिवस’ की पूर्व संध्या आयोजित भव्य ऑनलाइन अंतरराष्ट्रीय काव्य गोष्ठी। जिसमें राष्ट्रीय - अंतरराष्ट्रीय स्तर के साहित्यकार सम्मिलित हुए। 15 जून संध्या 4:00 बजे से रात्रि 8: 30 बजे तक निरंतर 4:30 घंटे तक गतिमान रही। काव्यगोष्ठी का शुभारंभ उमा शर्मा उमंग (दिल्ली) ने वाणी वंदना द्वारा किया। तत्पश्चात संस्थापिका/ अध्यक्षा ने मंचासीन अतिथियों का स्वागत, अभिनन्दन करते हुए अपने भावों की सुन्दर अभिव्यक्ति प्रदान की एवं अंतर्राष्ट्रीय पितृ दिवस की सभी पितृ शक्ति को बधाई प्रेषित की। एवं सतीश - सुनीता शिकारी को उनके परिणय दिवस की अग्रिम बधाई एवं शुभकामनाएं मंच द्वारा प्रेषित की।
पटल संरक्षिका/ वरिष्ठ साहित्यकार सरोज गर्ग के आशीर्वचन का पाठ किया। मंच सलाहकार अनिता बाजपाई (वर्धा / महाराष्ट्र) ने सभी साहित्यकारों का अभिनन्दन करते हुए मंच को सुशोभित किया, अपनी अभिव्यक्ति के द्वारा। महासचिव सुधीर श्रीवास्तव ने मंच पर उपस्थित सभी साहित्यकारों की गरिमामयी उपस्थिति के लिए साधुवाद ज्ञापन किया। हमेशा की तरह इंजी. प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव प्रणय ने मंचासीन सभी अतिथियों एवं साहित्यकारों का अभिनन्दन करते हुए पिता को समर्पित अप्रतिम काव्यपाठ किया। एवं मंच संचालिका को समर्पित किया। डॉ अर्चना पाण्डेय ( भिलाई दुर्ग) ने कुशल मंच संचालन के द्वारा काव्यगोष्ठी को सफलता प्रदान की एवं संचालन के इस क्रम में अनिता बाजपाई (वर्धा/ महाराष्ट्र) का पूर्ण सहयोग प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता सतीश शिकारी (रतलाम / मध्यप्रदेश) ने किया। मुख्य अतिथि सुनीता शिकारी ( रतलाम /मध्यप्रदेश ) ने किया। अध्यक्ष एवं मुख्य अतिथि की अनुमति से विधिवत काव्य पाठ का सिलसिला शुरू हुआ। एवं सभी साहित्यकारों ने अपनी रचना के द्वारा पिता के चरणों में नमन वंदन करते हुए अपने भावों भरे पुष्प प्रदान किये।
सत्र के अंत में मुख्य अतिथि सुनीता शिकारी ने अंतरराष्ट्रीय पितृ दिवस पर आयोजित काव्यगोष्ठी की सराहना करते हुए संस्थापिका के उज्जवल भविष्य की कामना की। एवं मुख्य अतिथि पद पर मंचासीन के लिए संस्थापिका अध्यक्षा निधि बोथरा जैन का आभार ज्ञापन किया एवं अपनी काव्यात्मक प्रस्तुति द्वारा मंच को सुशोभित किया।
कार्यक्रम अध्यक्ष वरि. साहित्यकार सतीश शिकारी ने काव्यगोष्ठी के अंतिम चरण में पिता को नमन निवेदित करते हुए सुन्दर छंद का पाठ किया। एवं अध्यक्षीय संबोधन में सभी साहित्यकारों की रचनाओं की प्रशंसा की एवं मंच की उत्तरोत्तर विकास की शुभकामनाएं प्रदान की। वरिष्ठ साहित्यकार संतोष श्रीवास्तव विधार्थी द्वारा इस भव्य अंतरराष्ट्रीय काव्यगोष्ठी के स्थगित की घोषणा की गई। उन्होंने संस्थापिका के इस आयोजन की सराहना करते हुए अपना आशीर्वाद एवं स्नेह प्रदान किया। सभी कवियों ,कवयित्रियों को बधाइयां देने के साथ इस काव्यगोष्ठी का स्थगन किया।
आयोजन को सफल बनाने में संरक्षिका सरोज गर्ग ,सलाहकार अनीता बाजपाई , महासचिव सुधीर श्रीवास्तव का हमेशा की तरह सराहनीय योगदान रहा। सभी पदाधिकारियों और शुभचिंतकों की सक्रिय उपस्थिति से आयोजन को सफल बनाने में सफलता प्राप्त हुई। और सबसे अंत में संस्थापिका निधि बोथरा जैन ने सभी अतिथियों एवं साहित्यकारों का आभार ज्ञापन किया एवं आराधिका राष्ट्रीय मंच की अंतरराष्ट्रीय भव्य एवं सफल काव्यगोष्ठी के लिए उनके सहयोग की प्रशंसा की।