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बच्चों की मानसिकता को समझे : डॉ शेषाद्री


वीपीएसीओएन - 2024 का समापन

नागपुर। मनोचिकित्सा सोसाइटी नागपुर और विदर्भ मनोरोग संघ की ओर से वीपीएसीओएन, 2024 का आयोजन 15 में 16 जून को होटल सेंटर पॉइंट और ima हाल में किया गया. कार्यक्रम में देश भर से आए मनोचिक्सकों ने शहर वासियों और बाहर से आए प्रतिनिधियों का मार्गदर्शन कर मनो चिकित्सा में आने वाली समस्याओं का निदान बताया.


केंद्र सरकार के महिला व बाल विकास कल्याण मंत्रालय के सलाहकार डॉ शेखर शेषाद्री ने रविवार 16 जून को आई एम ए हॉल में उपस्थिति अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा की हमें बच्चों की  मानसिकता को समझना चाहिए यदि हम बच्चों के मानसिकता को समझेंगे और उस दिशा में आगे बढ़ेंगे तो बच्चों के व्यक्तिगत विकास को हम समझ सकेंगे इस दिशा में काम करने से तनाव सहने और आगे बढ़ाने की क्षमता बच्चों में बढ़ती जाएगी. डॉ शेषाद्री ने बताया कि हम बच्चों का पालन पोषण कैसे करें, ताकि वह मानसिक दृष्टि से स्वस्थ रहे. तनाव के बारे में विस्तार से बोलते हुए डॉक्टर शेषाद्री ने कहा कि हमें बच्चों से ऐसा व्यवहार करना चाहिए जो तनाव झेलने में मददगार हो ताकि उनमें तनाव झेलने की क्षमता बढ़ती जाए. उन्होंने तनाव और कौशल्य पर विस्तार से चर्चा की. 

डॉ शेषाद्री ने बताया कि देश के लगभग 28 राज्यों में महिला व बाल विकास मंत्रालय बाल विकास पर गंभीरता से कार्य कर रहा है इस बीच वे देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर बाल विकास पर अपने अनुभव साझा करते आ रहे हैं. इस अवसर पर विदर्भ मनोचिकित्सक सोसाइटी के सचिव डॉक्टर सुधीर महाजन और नागपुर मनो रोग संघ के अध्यक्ष डॉ मनीष ठाकरे विशेष रूप से उपस्थित थे उन्होंने डॉक्टर शेषाद्री से बाल मनोचिकित्सा के विषय में विस्तार से मार्गदर्शन करने का निवेदन किया.
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