उभरते सितारे में 'किताबों से दोस्ती'
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नागपुर। उभरते सितारे अपने आप में एनसाइक्लोपीडिया है। यह देश का भविष्य बनाने वाला कार्यक्रम है। सितारे तो बहुत है लेकिन उन्हें उभरने का मौका नहीं मिलता। यह सारे बच्चे आने वाले कल का भविष्य है। आप सभी अभिभावक भी सौभाग्यशाली हैं कि, आपके बच्चों में जो कला है, संगीत के प्रति समर्पण है, यह एक साधना है, तपस्या है। आप अपने प्रयास से कुछ चीजें हासिल कर सकते हैं, लेकिन आप सौभाग्यशाली हैं कि ईश्वर ने आपको इससे नवाज़ा है। स्वामी विवेकानंद जी ने भी कहा है कि, सब कुछ आप में है, बस आपको खोजने की आवश्यकता है। संगीत आपको परमानंद के साथ-साथ जीने की राह भी दिखाती है और, एक अच्छा इंसान भी बनती है। चर्चिल का सुंदर उदाहरण देते हुए उन्होंने समझाया नेवर गिव अप। कितनी भी कठिन परिस्थिति आ जाए, मैदान छोड़ना नहीं है, डटे रहना है, सफलता जरूर मिलेगी। यह विचार डॉ अजय उपाध्याय ने बच्चों और उनके अभिभावकों के बीच रखें।
विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन का नवोदित प्रतिभाओं को प्रोत्साहन के लिए समर्पित लोकप्रिय उपक्रम 'उभरते सितारे'। जिसके अंतर्गत 'किताबों से दोस्ती' थीम पर ज्ञानवर्धक, संगीतमय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में वेकोलि, नागपुर क्षेत्र के कार्मिक प्रबंधक डॉ. अजय उपाध्याय उपस्थित थे। इनका सम्मान, संयोजक युवराज चौधरी ने स्वागत वस्त्र और स्मृति चिन्ह देकर किया। इस अवसर पर प्रोफेसर लिपिका चक्रवर्ती और डॉक्टर संगीता नंदागवळी प्रमुखता से उपस्थित थी।
तत्पश्चात, बच्चों ने भी 'किताबों से दोस्ती' इस थीम पर अपने विचार, कविता, समूह गीत और लघु नाटिका 'प्लास्टिक हटाओ पृथ्वी बचाओ' द्वारा सबको मंत्रमुग्ध किया। जिसमें, सुमधुर गीतों की श्रृंखला मे दिया चक्रवर्ती, विधि कृपलानी, दीपांविता मेटे, अलीशा खोबरागड़े, कोयल गेहानी, काव्या दयानी, वियान संगतानी, निशिका रंगारी, अंश मखीजा, त्रिशिका वाघमारे और जान्हवी तामगड़े, राम बागल के गीत ने सबका मन जीत लिया। देवांशी पटनायक ने सुंदर कीबोर्ड वादन करते हुए गीत गाया। 'प्लास्टिक हटाओ पृथ्वी बचाओ' यह लघु नाटिका में साची वाघमारे, स्पर्शिका शेंडे, सिद्धार्थ शेंडे, अभीर शेंडे, जीविका नागवंशी, राधिका नागवंशी आदि की प्रस्तुति ने मन मोह लिया। दिपांन्विता मेटे ने थीम पर सुंदर पेंटिंग बना कर उभरते सितारे मंच को भेंट किया।
प्रतिभाशाली बच्चों की प्रस्तुतियों को वासंती मिश्रा, साची वाघमारे, प्रीति अभिजीत बगल, श्रीकांत नंदागवळी, सीमा लूहा, हेमा गेहानी, मीनाक्षी केसरवानी, शिवानी लूहा, पूजा मखीजा, पल्लवी शिंदे, देवास्मिता मानस पटनायक आदि ने बहुत सराहा। कार्यक्रम में प्रशांत शंभरकर ने सहयोग किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन सहसंयोजिका वैशाली मदारे ने किया। तथा, उपस्थित सभी दर्शकों, अभिभावकों और कलाकारों का आभार संयोजक युवराज चौधरी ने व्यक्त किया।