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बेवफ़ा सनम


याद कर तुमको, हम, आंसू  बहाते रहे 
बेवफ़ा तुमको, हमारी याद भी ना आई। 

 जिस पर, करते रहे हम, ता उम्र विश्वास
 उसी सनम  ने, हमे धोखे की राह दिखाई। 

दिल कहता है, बेवफ़ा वो, हुए ना होंगे 
कुछ बात होगी जो उन्होंने रुसवाई दिखाई। 

इस कदर प्यार को मेरे बदनाम ना करेंगे
कुछ तो  कमी मेरे प्यार में आई होगी। 

फूल भी गुलदस्ते से, जुदा हो गए कहीं 
आँख मेरे दिलबर की, भर आई होगी। 

- मेघा अग्रवाल

नागपुर महाराष्ट्र
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