पांचवां ग्लोबल ताज इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल का बृज भाषा की ओपनिंग फ़िल्म के साथ हुआ शुभारंभ
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नागपुर/आगरा। ग्लैमर लाइव फीस और आई टी एच एम डॉ. बी. आर अंबेडकर विश्वविद्यालय के संयुक्त बैनर तले आज से प्रारंभ हुए 3 दिवसीय gtiff 2023 के पहले दिन की शुरुआत आज सुबह जे पी सभागार खंदारी कैंपस में माँ सरस्वती, गणपति एवं दादा साहेब फाल्के के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित करके हुई।
माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित करने वाले अतिथियों मे श्री पुरुषोत्तम खंडेलवाल, डॉ बी. आर. अम्बेडकर यूनिवसिर्टी आगरा की कुलपति प्रोफ. आशु रानी, पूरन डावर अध्यक्ष एफमेक, अमित सिंह आई ओ एफ एस हज़रतपुर ऑर्डनेन्स, प्रोफ. लवकुश मिश्रा डीन फॉरेन स्टूडेंट्स अफेयर्स एन्ड आलू। एलुमिनी, मिस मरीन बोर्गो, फ्रांस एक्ट्रेस, पी एल शर्मा चेयरमैन बुलंद हाउसिंग, एडवोकेट अनिल वर्मा पूर्व अध्यक्ष चैम्बर, रंजीत सामा (सदस्य संगीत नाटक अकादमी यू पी) फेस्टिवल पैट्रन, सूरज तिवारी फेस्टिवल डायरेक्टर आदि रहे।
इस से पहले सत्र में फिल्ममेकर, डेलिगेट्स आदि ने रजिस्ट्रेशन कर अपना अपना शेड्यूल एवं आई कार्ड्स प्राप्त किए। मंचाशीन अतिथियों का माल, पटका एवं मोमेंटो देकर स्वागत किया गया।
फेस्टिवल पैट्रन रंजीत सामा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए इस आयोजन को शहर के नए उद्योग की ज़रूरत बताया, वहीं फेस्टिवल डायरेक्टर सूरज तिवारी नें ये भरोसा जताया कि फेस्टिवल के माध्यम से आगरा में कई शूटिंग बढ़ रहीं हैं जिस से लोगों को काम मिल रहा है और भी मिलेगा, साथ ही यहाँ फेस्टिवल के माध्यम से नए लोगों के आने से आगे भी बहुत लोगों को काम मिलेगा।
प्रोफ. आशु रानी जी ने अपने विचार में कहा कि इस इंडस्ट्री को सही तरह से शिक्षा से जोड़ने की ज़रूरत है, जिस से हमे अच्छी कहानियां देखने एवं सुनने को मिलेंगीं, मुम्बई की तरह यहाँ भी स्टूडियोज बनें, लैब्स बने, और एक एसोसिएशन भी जिस से कोई गलत राह न बने कोई बेवकूफ ना बना सके।
पूरन डावर ने कहा कि ये एक ऐसे कला की साधना की इंडस्ट्री है जो सही तरीकों से काम करने पर एक पहचान तो बनाती ही है, साथ ही आर्थिक रूप से भी ताकत देती है और रोजगार देती है।
फ्रांस से आई मरीन बोर्गो ने इंडिया में लोकेशन को सुखद बताया पर यहाँ अनुमति आदि को बड़ा दर्दभरा बताया।
अमित सिंह ने बताया कि इस तरह के फेस्टिवल ऐसे छोटे शहरों में एक आवाज़ का काम करते हैं और लोगों को किसी न किसी माध्यम से काम दिलाते हैं और एक बड़ा माध्यम बनते हैं लोगों को काम देने दिलाने का।
ऐसे ही पी एल शर्मा ने कहा कि इंडिया फ़िल्म का बहुत बड़ा मार्केट है यहां असीम संभावनाएं हैं।
प्रोफ. लवकुश मिश्र ने बताया कि ट्रेवल, टूरिज्म फ़िल्म आदि सब आपस मे जुड़ीं हुईं इंडस्ट्री हैं, इनको एक मानकर और बनाकर काम करने से ये सभी एक तरह की इंडस्ट्री के रूप मे आकर एक बड़ा काम कर रही है।
विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने बताया कि ऐसे आयोजनों से शहर का मान बढ़ता है और निस्चित ही एक नई इंडस्ट्री का विकास होता है।
उदघाटन सत्र के बाद सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में कालिंदी डांस एन्ड म्यूजिक अकादमी के कलाकारों ने क्लासिकल नृत्य प्रस्तुति से अपने आप दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया।
ओपनिंग फ़िल्म
अब बारी थी बृज भाषा पर बनी फिल्म 'बासन' की, गांव की पृष्ठभूमि और प्रथाओं पर बनी ये फ़िल्म कमाल है, जिसको मध्य प्रदेश के जितंक गुर्जर ने बनाया है। फ़िल्म को देश दुनियां में भारी सफलता भी मिल रही है। स्क्रीनिंग के दौरान फ़िल्म की टीम भी थी।
आज की फ़िल्म की स्क्रीनिंग में मुख्य जनों में मंगल सिंह धाकड़ मार्क ज्वेल्स के निदेशक, साहित्यकार श्रुति सिन्हा, नाटककार राजीव सिंघल, महामंत्री अरविंद गुप्ता, गगन मित्तल निदेशक हिन्द फ़ूड हब,विनोद यादव लेक्चरर, मुकेश नेचुरल,मन शुक्ल प्रोड्यूसर एसोसिएशन के महाससहिव, नासिक के प्रोड्यूसर बी एस जोगदंड, सत्यप्रकाश तीतल, प्रोफ बृजेश चंद्रा, आदि मुख्य जन उपस्तिथ थे। कार्यक्रम में आरोही इवेंट्स के अमित तिवारी, सामाजिक संस्थाओं के साथ साथ शहर के अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
फेस्टिवल डायरेक्टर सूरज तिवारी ने धन्यवाद देते हुए बताया कि कल 4 नवंबर को पूरे दिन देश विदेश की कई फिल्में स्क्रीन होंगीं। आइए और निशुल्क देश दुनिया की कहानियों को देखिए जो समाज में जनजागरण का काम कर रहीं है।