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श्रेष्ठ विचारों से ही विद्यार्थियों का विकास होगा : डॉ. संजय दुधे

हर्षा चडार और मुख्तार अहमद को मेधावी विद्यार्थी सम्मान 
  
नागपुर। व्यक्ति शिक्षित हो पर उसमें समझदारी नहीं है, तो उस डिग्री का कोई अर्थ नहीं है। विद्यार्थियों की समझ बढ़े, इसके लिए हम सबको प्रयास करना होगा। श्रेष्ठ विचारों से ही विद्यार्थियों का विकास होगा। उक्त विचार व्यक्त करते हुए राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के प्र-कुलगुरु डॉ. संजय दुधे ने कहा कि नकारात्मक विचारों को फैलानेवाले और नकारात्मक वातावरण निर्मित करनेवालों से स्वयं को दूर रखना चाहिए। 

वे हिन्दी विभाग, राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय एवं बैंक ऑफ बड़ौदा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित "बैंक ऑफ बड़ौदा मेधावी विद्यार्थी सम्मान" तथा "अंतर महाविद्यालयीन वाद-विवाद प्रतियोगिता" के पुरस्कार समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सम्मान हमारे जीवन में एक उत्प्रेरक की भांति काम करते हैं। इनसे विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है।इस वर्ष बैंक की मेधावी विद्यार्थी सम्मान योजना के अंतर्गत नागपुर विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग की छात्रा कु. हर्षा चडार को प्रथम पुरस्कार ११०००/ रुपए तथा मानपत्र प्रदान किया गया, द्वितीय स्थान प्राप्त विभाग के विद्यार्थी मुख्तार अहमद को ७५००/ रुपए और मानपत्र देकर अतिथियों के हाथों सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य प्रबंधक श्री रमेश कुमार ने अपने उद्बोधन में बैंक की सामाजिक प्रतिबद्धता को रेखांकित करते हुए कहा कि व्यावसायिक के साथ सामाजिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने में भी बैंक ऑफ बड़ौदा सदैव तत्पर है। वरिष्ठ प्रबंधक क्षेत्रीय कार्यालय, नागपुर अभिषेक निर्मल ने बैंक की योजनाओं की जानकारी दी। हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ. मनोज पाण्डेय ने कहा कि बैंक की मेधावी विद्यार्थी सम्मान योजना हिन्दी के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने वाली एक अनूठी पहल है। इसका प्रेरक प्रतिसाद मिल रहा है। 

इस अवसर पर बैंक ऑफ बड़ौदा के सौजन्य से अंतर महाविद्यालयीन वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का विषय था - "इस सदन की राय में सोशल मीडिया समाज के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।" प्रतियोगिता में नागपुर के अनेक महाविद्यालयों और विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों के  विद्यार्थियों ने भाग लिया।  प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार आशुतोष तिवारी को, द्वितीय पुरस्कार विशाल खर्चवाल को और तृतीय पुरस्कार सोनू शर्मा को तथा अर्श सिद्धिकी एवं प्रियम कुमारी को प्रोत्साहन पुरस्कार प्राप्त हुआ। विद्यार्थियों ने सोशल मीडिया के विविध पक्षों पर गर्मजोशी से अपना पक्ष रखा।

प्रतियोगिता में धरमपेठ साइंस कॉलेज, नागपुर के प्राध्यापक डॉ. राजेश पशीने, केन्द्रीय विद्यालय, वायुसेना नगर, नागपुर के वरिष्ठ हिन्दी अध्यापक डॉ. सच्चिदानंद मिश्र तथा हिन्दी विभाग के प्राध्यापक डॉ.लखेश्वर चंद्रवंशी ने निर्णायक की भूमिका निभाई। कार्यक्रम का संचालन डॉ. संतोष गिरहे ने किया तथा डॉ. सुमित सिंह ने आभार व्यक्त किया। 

इस दौरान बैंक ऑफ बड़ौदा की राजभाषा अधिकारी प्रतिका साकल्ये तथा संदीप पोटे विशेष रूप से उपस्थित थे। कार्यक्रम में डॉ. धीरज कदम, डॉ. शैलेंद्र कुमार, डॉ. एकादशी जैतवार, डॉ. कुंजनलाल लिल्हारे, प्रा. जागृति सिंह, प्रा. दामोदर द्विवेदी, प्रा. निशान्त पाटिल, प्रा. रूपाली हिवसे सहित अनेक शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।
समाचार 6797708956244940981
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