पितृपक्ष में नहीं दिखाई दे रहे कौवे
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नागपुर। पितृपक्ष महालय पखवाड़ा 29 सितंबर से शुरू हो चुका है इस श्राद्धपक्ष के 4 दिन बीत चुके हैं. लेकिन इस वर्ष इस श्राद्धपक्ष मै कौवे के दर्शन दुर्लभ हैं. जिसका मुख्य कारण है शहर में ऊंची इमारते, मोबाइल टॉवर व ध्वनि प्रदूषण और पेड़ों की कटाई से शहरी इलाकों से कौवो की संख्या काफी कम होती जा रही है.
पितृपक्ष में कौवो को मृतक की तिथि पर ब्राह्मण व कन्या भोजन से सर्वप्रथम ग्रास निकालने की प्राचीन परंपरा शास्त्रों में वर्णित है। उसके बाद उन्हें भोजन करवाया जाता है. इस वर्ष भी कौवे की संख्या कम होने से पितृपक्ष में श्राद्ध करने वाले श्रद्धालु निराश हो रहे हैं.
शांति नगर कॉलोनी निवासी पंडित सुनील शर्मा के अनुसार पितृपक्ष आगामी 14 ऑक्टोम्बर तक चलेगा. शास्त्रों में कौवे को यम का मित्र बताया गया है इसलिए कौवे को सर्वप्रथम भोजन कराया जाता है. इसलिए उनकी आवभगत करने की घन्टो राह देखनी पड़ रही है.