म्युझिक अँड मी इव्हेंट्स के 'आशा फॉरएव्हर' ने किया श्रोताओं को मंत्रमुग्ध
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नागपुर। फिल्म जगत में सुनहरे गीतों का योगदान देनेवाली गायिका आशा भोसले के जनमदिन के अवसर पर म्युझिक अँड मी इव्हेंट्स द्वारा शनिवार 9 सितम्बर को ‘आशा फॉरएव्हर’ संगीत संध्या का आयोजन किया गया था. इसमें गायक कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किये गये आशाताई के सदाबहार गीतों को सुनकर रसिक श्रोता मंत्रमुग्ध हुये.
विदर्भ साहित्य संमेलन के मधुरम सभागार में हुए इस कार्यक्रम में गायकों ने आशा भोसले कि गायकी के अनेक रंग प्रस्तुत किये. इसमें उनकी अनेक मराठी, हिंदी गीतों का समावेश था.
कार्यक्रम कि शुरुआत शालिनी सिन्हा ने आशाजी के ‘तोरा मन दर्पन कहेलाये’ इस भक्तिगीत से की तथा ‘पिया बावरी’ ये गाना प्रस्तुत किया. इसके बाद कीर्ती पाटील ने ‘आईये मेहेरबां’, ‘दो लफ्जो’, विजया जीवानंद ने ‘सलोना या सजन’, उज्ज्वला रामटेके ने ‘रुपेरी’, ‘जरा हौले’, नेत्रा पोहोरकर ने ‘आओ ना गले लगाओ ना’, ‘जिने के बहाने’,
ममता भागवत ने ‘पुछो ना यार’, ‘दैया’, खुशबू वालसन ने ‘खतुबा’ आदी गीत प्रस्तुत किये. इसके साथ तुम्हारी नजरों, कहे दूँ तुम्हे, सारा प्यार तुम्हारा, जरासा झुम, कजरा, ओ हसिना, रात बाकी आदी गीत उत्तम प्रस्तुत किये. कार्यक्रम में प्रस्तुत कि गयी ‘रेशमाच्या रेघांनी’ इस लावणी कों श्रोताओं की उत्स्फूर्त दाद मिली.
कार्यक्रम मे डॉ अजित सिन्हा (Star eye care), डॉ अजित ओर अच्युत कलमकर (Director of star eye care), गीता अय्यर, डॉ सागर खादिवाला मुख्य रूप से उपस्थित थे।
कार्यक्रम कि संकल्पना एवं दिग्दर्शन शालिनी सिन्हा का, संगीत नियोजन अजित भालेराव का था. पुनम हिंदुस्थानी ने उत्कृष्ट निवेदना किया, संगीत प्रेमीयों ने कार्यक्रम का खूब आनंद लिया.