Loading...

उभरते सितारे में 'पोले का महत्व'

नागपुर। सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं है, लगातार मेहनत जरूरी है। जीवन में आगे बढ़ने के लिए हमेशा सीखते रहना चाहिए। आचार्य चाणक्य के अनुसार अगर हम हर प्राणी से कुछ एक बात को ही सीख लें, तो जीवन में बहुत सुधार आ सकता है। 

उन्होंने कुछ उदाहरण देकर भी विषय को समझाया. मधुमक्खी अलग-अलग फूलों पर बैठकर खट्टे-मीठे, कड़वे रसों को लेकर मीठा शहद ही बनाती है। ऐसे ही जीवन में हमें भी कड़वी बातों को छोड़कर हमेशा मीठा व्यवहार करना चाहिए। चींटियां हमें योजना बनाना सिखाती है की कैसे बरसात के चार माह जमीन के भीतर भोजन सुरक्षित रखती है। 

हमेशा सतर्कता और सावधानी यह कौवा सीखाता है। तथा निरापद प्राणी गधा यह हर विषम परिस्थिति को भी शांत रहकर स्वीकार करना बताता है। यह विचार सुप्रसिद्ध चार्टर्ड एकाउंटेंट श्री सुधीर बाहेती जी ने बच्चों से कहीं। उन्होंने उभरते सितारे मंच की आवश्यकता का भी महत्व बताया और कार्यक्रम की सराहना की।

विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन का नवोदित प्रतिभाशाली कलाकारों के लिए लोकप्रिय उपक्रम उभरते सितारे। जिसके अंतर्गत ज्ञानवर्धक और संगीतमय कार्यक्रम, उत्कर्ष हॉल में आयोजित किया गया। जिसमें सुप्रसिद्ध चार्टर्ड एकाउंटेंट श्री सुधीर बाहेती जी अतिथि के रूप में उपस्थित थे। 

इनका सत्कार संयोजक युवराज चौधरी ने स्वागत वस्त्र और स्मृतिचिन्ह देकर किया। इस अवसर पर  सुपरिचित एडवोकेट श्री किशोर क्षीरसागर जी भी प्रमुखता से उपस्थित थे। सबसे पहले कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए युवराज चौधरी ने 'पोले का महत्व' विषय पर बच्चों को किसानों से लेकर सामान्य जनजीवन में प्राणियों का महत्व के साथ इसे नितांत आवश्यकता बताया। 

तत्पश्चात, कुछ बच्चों ने भी इस विषय पर प्रकाश डालते हुए बहुत ही सुंदर, निरामय और निरागस भाव से अपने-अपने गीतों और नृत्य की  शानदार प्रस्तुतियां दी। जिसमें वियान संगतानी, काव्या दयानी, संध्या सूर्यवंशी, लक्ष्मीनारायण केसकर, धनंजय गाडे, राजेश प्रसाद तथा भव्या अरोरा और संपूर्णा रेमंडल ने सबका मन मोह लिया।

प्रतिभाशाली बच्चों की प्रस्तुतियों को बाबा खान, सूरज कुमार शुक्ला, किशन सोर, देवस्मिता पटनायक, अलका रुंगटा, भाविका संगतानी, कामना दयानी, मोनिका रेमंडल, प्रीति बागल, आशा वेदप्रकाश अरोरा और वैशाली मदारे आदि ने खूब सराहा। कार्यक्रम में कृष्णा कपूर और प्रशांत शंभरकर ने सहयोग दिया। कार्यक्रम का कुशल संचालन तथा उपस्थित दर्शकों, अभिभावकों और कलाकारों का आभार संयोजक युवराज चौधरी ने व्यक्त किया।
कला 197448825552567764
मुख्यपृष्ठ item

ADS

Popular Posts

Random Posts

3/random/post-list

Flickr Photo

3/Sports/post-list