नागपुर नेत्ररोग संघ का 'न्यूरो नेत्र विज्ञान' कार्यक्रम का सफल आयोजन
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नागपुर। ऑप्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी नागपुर 2023-24 और महाराष्ट्र ऑप्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी ने संयुक्त रूप से रविवार 20 अगस्त को होटल सेंटर पॉइंट, रामदासपेठ, नागपुर में "न्यूरो ऑप्थल्मोलॉजी कॉन्फ्रेंस 2023" आयोजन किया।
कार्यक्रम की शुरुआत ब्रेकफास्ट कोर्स और विजुअल फील्ड्स पर प्रश्नोत्तरी के साथ हुई, जिसका संचालन डॉ. शुभांगी भावे ने किया।
अगले १ले सत्र में, पैनलिस्ट डॉ. रश्मिन गांधी, डॉ. वर्षा पांडे थे, और सूत्रधार
थे: डॉ. ऋषिकेश माई, तथा। डॉ. रिंकल फुसाटे।
प्रस्तुतीकरण और खुली चर्चा के लिए निम्नलिखित मामले आये
1. डॉ. रश्मिन गांधी द्वारा न्यूरो-ऑप्थाल्मोलॉजी केस के शुरुआती छान बीन की पेशकश की गई।
2. "ये कांपती आंखें आपका दिमाग हिला देंगी!!" ऐसे अनूठे मामले का वर्णन डॉ. सयाली जोध द्वारा पेश हुआ।
3. डॉ. तृप्ति लाम्बट द्वारा "जब मस्तिष्क तनाव में हो" तो आखों पर दुष्प्रभाव पर का मामला पेश किया गया।
4. डॉ. संयोगिता जोशी द्वारा "मोतियाबिंद सर्जरी के बाद एक दुर्लभ न्यूरो-नेत्र संबंधी इकाई" पर बातचीत हुई।
5. डॉ. रोहिणी जुनेजा द्वारा "इससे पहले कि मैं आपसे नज़रें चुरा लूं, मुझे ढूंढो" इस पर चर्चा हुई।
6. "लेट द 'हंट' बिगिन'' विषय पर डॉ. वरदा गोखले द्वारा प्रस्तुतीकरण किया गया।
अगला "ओएसएन 2019 ओरेशन": डॉ. रश्मिन गांधी, , दूसरे न्यूरो नेत्र रोग विशेषज्ञ/हेल्थकेयर उद्यमी/इनोवेटर/एजुकेटर/मेड टेक एक्सॉन मेडटेक प्राइवेट लिमिटेड, हैदराबाद, तेलंगाना, भारत को प्रदान किया गया।
उन्होंने "पिछले दशक में न्यूरो-नेत्र विज्ञान में परिवर्तन" विषय पर विस्तार से बताया।
संचालक डॉ. संतोष भिड़े, डॉ. निकिता एम व्यवहारे, डॉ. पल्लक कुसुमगर शाह थे।
अगले सत्र II में कुछ दिलचस्प मामले शामिल किये गये। पैनलिस्ट थे डॉ. रश्मिन गांधी, डॉ. ध्रुव बत्रा, न्यूरोलॉजिस्ट, डॉ. हर्षवर्धन जैन, रेडियोलॉजिस्ट और मॉडरेटर थे डॉ. शुभांगी भावे, डॉ. गरिमा चड्डा।
7. "तीन निशान, दो आंखें, एक रिपोर्ट, शून्य घाटा:" डॉ. पूजा बंग द्वारा प्रस्तुत किया गया।
8. "देखो, सुनो, महसूस करो-सतर्क नेत्र रोग विशेषज्ञ न्यूरोसर्जिकल निर्णय लेने में योगदान देता है" पर डॉ. नेहा देशपांडे ने चर्चा की।
9. "मोतियाबिंद सर्जरी के बाद अस्पष्टीकृत दृष्टि हानि....समझाया गया" पर डॉ. ऋषिकेश माई ने प्रकाश डाला।
10. डॉ. सचिन अग्रवाल द्वारा "व्हेन इट इज़ ट्रॉमा" प्रस्तुत किया गया।
11. क्या मुझे मायस्थेनिया की याद आ रही है'' पर डॉ. वर्षा पांडे ने चर्चा की।
सीएमई को महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल द्वारा दो क्रेडिट प्वाइंट दिए गए। डॉ. संतोष भिड़े, पुणे, अध्यक्ष, महाराष्ट्र ऑप्थल्मोलॉजिकल सोसाइटी (एमओएस) और डॉ. रश्मिन गांधी द्वितीय न्यूरो नेत्र रोग विशेषज्ञ/हेल्थकेयर उद्यमी/इनोवेटर/एजुकेटर/मेड टेकएक्सॉन मेडटेक प्राइवेट लिमिटेड हैदराबाद, तेलंगाना, (भारत)आमंत्रित संकाय थे।
इसमें बड़े पैमाने पर भाग लिया गया और न्यूरो ऑप्थैल्मोलॉजी (आंखों और मस्तिष्क के विकार) की इस कम चर्चित शाखा पर बहुत सारी इंटरैक्टिव चर्चा हुई। डॉ. निकिता व्यवहारे अध्यक्ष ओएसएन ने परिचयात्मक स्वागत भाषण दिया। ओएसएन की सचिव डॉ. पल्लक कुसुमगर शाह ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया।