सीमा हैदर के विषय में क्या सोचती हैं नागपुर की बुद्धिजीवी महिलाएं
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डॉ. कविता परिहार - हम में से कितने लोग सचिन मीणा को पहचानते हैं जबकि वह हमारे देश का बच्चा है, लेकिन एक पाकिस्तानी महिला सीमा हैदर को आज कौन नहीं पहचानता, मात्र 3 महीने में सीमा ने बड़े-बड़े चैनलों तथा सभी न्यूज़पेपरो में सिर्फ एक ही चर्चा देखने सुनने को मिलती है 'सीमा भाभी' की सारे रिपोर्टर्स भी अपनी टीआरपी बढ़ाने के लिए सिर्फ सीमा से ही सवाल-जवाब पूछ रहे हैं, सचिन से क्यों नहीं ? लोग सचिन -सचिन- सचिन क्यों नहीं करतें? जो देशद्रोही है, गद्दार है, नव युवकों को पथभ्रष्ट कर रहा है, उस उस की आर्थिक स्थिति भी दयनीय है, ना ही पढ़ा लिखा है और उम्र से ही मैंच्योर नहीं है, और वह 4 बच्चों पाकिस्तानी अम्मा से प्यार कर बैठा वह भी पब्जी के माध्यम से। हमारे भारतवर्ष में क्या सुंदर लड़कियों की कमी है या फिर सचिन की उम्र निकली जा रही थी? जो हमारे दुश्मन देश पाकिस्तानी 4 बच्चों की अम्मा को दुल्हन बना अवैध तरीके से हिंदुस्तान ले आया और सचिन के परिवार वालों ने उसे सहर्ष स्वीकार भी कर लिया। यह बात तो बिल्कुल भी गले नहीं उतरती, कोई परिवार वाला होता तो? सचिन को सीमा बच्चों सहित हाथ पकड़ कर घर से बाहर निकाल देता, ऐसा लगता है कि इसमें भी कोई गहरा "राज "है, जो आम आदमी समझना ही नहीं चाहता. और सीमा देवी जी के दर्शन करने के लिए जनता बेताब हो रही है, सीमा ने बिना तलाक के शादी भी कर ली, और धर्म परिवर्तन भी, इतना ही नहीं वह भारतीय नागरिकता मांग की मांग रही है?
मेरा प्रशासन से यह अनुरोध है कि सचिन अपनी महबूबा सीमा और प्यारे प्यारे चारों बच्चों के साथ प्यार से जीवन यापन करने के लिए वापस पाकिस्तान भेज दिया जाए, अन्यथा भारत की सीमा को तोड़कर हजारों सीमा सीमा और लांघ कर भारत में आ बसेंगी, और इसके अंजाम से कोई भी अनभिज्ञ नहीं है, अभी-अभी टीवी में देखा की सीमा को फिल्मों में काम किया जा रहा है। काम तो सचिन को देना चाहिए उसकी जिम्मेदारी बड़ी है वह भारतीय है प्राथमिकता तो उसे ही मिलनी चाहिए।
रति चौबे - आज जगह-जगह चर्चे हैं, तो सीमा भाभी के ऐसा लग रहा है की सीमा भाभी एक अजूबा है, सारे न्यूज़ चैनलों पर सीमा भाभी का जलवा है, इतने कम समय में सब और सीमा भाभी का ही शोर है, एकदम कम पढ़ी-लिखी महिला वह भी पाकिस्तान से बिना किसी रोक-टोक के कैसे वह भारत आ जाती है यह मानना ही पड़ेगा वह भी एक अत्यंत साधारण सी दिखने वाले सचिन के प्रेम में दीवानी होकर, शीरी फरहाद, हीर रांझा, रोमियो जूलियट, के भी प्रेम को पीछे पटाखा आई है इतिहास में एक नया कीर्तिमान कायम किया है, और तो और सचिन के घर वालों ने उसे अपनाया बड़ा अजीब लगता है, सीमा अपनी सिम अलंकर 4 बच्चों के मुस्लिम पति को छोड़कर भारतीय संस्कृति और परंपरा को बेधड़क भारत के घर पर नाचते गाते मनोरंजन कर एक सेलिब्रिटी की तरह घूम रही है। और यहां उसे फिल्म में काम करने का आफर अभी दे रहे हैं, देश की बॉर्डर पर एक परिंदा भी नहीं आ सकता तो प्रश्न उठता है सीमा भाभी कैसे आ गई? भारत के नेतागण और भारत की सरकार इसका स्पष्टीकरण दे सकती है, सीमा को शीघ्र उसके मायके भिजवा दें अन्यथा पाकिस्तानी बहुएं तलाक तलाक तलाक कर हिंदुस्तान का रुक कर लेंगी।
प्रभा ललित सिंह - पंछी नदियां पवन के झोंके कोई सरहद ना इन्हें रोके.. सरहद सीमा सुरक्षा सभी की धज्जियां उड़ा दी हुई सीमा हैदर ने नहीं सिर्फ भारत की दहलीज पर पैर रखा बल्कि मुस्तैद सुरक्षा व्यवस्था और चाक-चौबंद कानून व्यवस्था के मुख पर भी जोरदार तमाचा भी जड़ दिया।
पिछले कई दिनों से नोएडा को अपना स्थाई ठिकाना बनाते हुए उसने जो साजिश रची उसे नाम दिया गया इश्क, मोहब्बत प्यार, सचिन के पास ना तो कोई रोजगार है ना ही कोई फैमिली बैकग्राउंड ना ही उसका रुबाबदार व्यक्तित्व है जिसे देखकर सीमा आकर्षित हो गई हो, मानती हूं प्यार अंधा होता है परंतु सच्चा प्यार समर्पण मांगता है, जैसा लैला मजनू हीर रांझा रोमियो जूलियट खुद की जान देकर प्यार की भाषा को परिभाषित किया है।
पर यहां तो सीमा ने अपने चार बच्चों और पति की कुर्बानी देकर प्यार का मखौल उड़ाया है, जिस भी मंशा से सीमा हैदर ने सचिन को फसाया है वह तो जांच है यह पता लगा ही लेंगी, लेकिन हमारा प्रशासन हमारी सरकार संविधान कब तक अतिथि देवो :भव: करती रहेंगी, जरूरत है कि किसी भी प्रकार के अवैध अनैतिक कार्य के लिए सख्त कार्यवाही हो महिला और बच्चों के नाम पर सहानुभूति या रियायत न दी जा।
सरोज गर्ग - एक संवेदनशील घटना टीवी पर मीडिया में पेपरों में बहुत वायरल हो रही है, यह एक अजीब वाक्य सर नजर आ रहा है कैसे कोई भाभी बोल रहा है तो कोई बोल रहा है सीमा को देश से बाहर भेजो, मीडिया ने कुछ पता भी लगाया कि उसका परिवार भी इतना भ्रमित हो रहा है जनता बस एक जनता को बस एक बार समझ में आती है कि अपने देश को अपने देशवासियों को कोई भी नुकसान नहीं होना चाहिए भाईचारा अपनी जगह है परंतु सच्चाई सामने अवश्य आना चाहिए क्या वास्तविकता है इसका पता लगाना और दोषी पाए जाने पर कठोर सजा देना बहुत ज्यादा जरूरी है अन्यथा पुनरावृति होते रहेगी।