हास्य व्यंग्य से हिंगना में फूटे हंसी के फव्वारे
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नागपुर। हिंगणा में यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान जिला केन्द्र नागपुर द्वारा स्व देवकीबाई बंग विद्यालय एवं जूनियर कॉलेज में हास्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया।
हास्य कवि सम्मेलन की अध्यक्षता पूर्व मंत्री रमेशचंद्र बंग ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष शब्बीर विद्रोही थे। मंच पर यशवंतराव फाउंडेशन के जिला केंद्र अध्यक्ष महेश बंग, कोषाध्यक्ष रवींद्र देशमुख, डॉ. सागर खादीवाला, कृषी उपज मंडी के संचालक प्रभाकर लेकरूवाडे, पारू पठाण सहित कवि अनिल मालोकर, अविनाश बागड़े, नीरज व्यास व अन्य उपस्थित थे।
काव्य सम्मेलन में शब्बीर विद्रोही ने आज के राजनीतिक हालात पर टिप्पणी करते हुए कहा कि
"क्या देश का अजीब है धंधा गरीब मांगे तो भीख और अमीर मांगे तो चंदा है "
ऐसे शब्दों में व्यंग्य करके उन्होंने दर्शकों की सराहना बटोरी। एक अन्य कवि, नीरज व्यास ने राजनीति में भ्रष्टाचार पर टिप्पणी की और व्यंग्यात्मक ढंग से महात्मा गांधी को याद किया और बताया कि आज महात्मा गांधी के विचारों को कैसे माना जाता है।
"बापू आपने कहा था विकास के लिए चरखा....हमने सही परखा चर और खा"
ऐसे शब्दों में टिप्पणी की । इसी विषय पर विचार रखते हैं कवि अविनाश बागड़े
"चिकने घड़े पे, पानी डाला ना कीजिए।
आस्तीन में साँप पाला ना कीजिए।
ऐसी पंक्तियों के माध्यम से अपने विचार व्यक्त किये। कवि अनिल मालोकर ने वर्तमान पारिवारिक परिवेश में बुजुर्गों की स्थिति का वर्णन किया
"मन बहुत पछताया जब खून के रिश्ते में स्वार्थ आया |
एक बुजुर्ग माता-पिता अपने बेटे और बहू से बहुत परेशान होते हैं..।
ऐसे शब्दों पर नजर डाली। वहीं यशवन्तराव चव्हाण प्रतिष्ठान के जिला केन्द्र के संचालक कवि डाॅ. सागर खादीवाला द्वारा
सरल नहीं कविता लिखना पूछो इन फनकारों से,
लोहे को काट रहे कागज के टुकड़ों से।
ऐसे शब्दों में कवियों का गौरव करते हुए परिचय दिया।
कार्यक्रम का सूत्रसंचालन यशवंतराव चौहाण प्रतिष्ठान जिला केंद्र नागपुर के अध्यक्ष महेश बंग इन्होंने तथा आभार मुख्याध्यापक शशिकांत मोहिते इन्होंने किया कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए अतुल कटरे , निशिकांत पोकले, विनोद वानखेडे, श्वेता तुपेकर , रोशन अंजीकर, कैलाश पांडे ,पंकज कुरड़कर आदि ने परिश्रम लिया।