'प्राकृतिक वरदान - पत्तल और मिट्टी के बर्तन' का सफल आयोजन
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नागपुर। विजयिनी बहुउद्देशीय मंच के अंतर्गत कार्यक्रम 'प्राकृतिक वरदान - पत्तल और मिट्टी के बर्तन' का सफल आयोजन शनिवार 8 जुलाई को किया गया। इस कार्यक्रम की संयोजिका द्वय थी विजयिनी पूनम हिंदुस्तानी तथा विजयिनी मीनू गुप्ता।
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे योगेश अनेजा सदस्य बोर्ड ऑफ स्टडीज गांधी विचारधारा विभाग नागपुर यूनिवर्सिटी। योगेश अनेजा ने मार्गदर्शन किया 'मिट्टी के घड़े में ऐसे विशेष गुण होते है जो पानी के द्वारा अवशोषित कर लिए जाते है। इस कारण जब हम इसमे रखा हुआ पानी पीते है तो यह मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया को दुरुस्त बनाए रखने में प्रभावी रूप से कार्य करता है।
वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार इस बात का भी दावा किया जाता है कि मिट्टी के बर्तन में पानी के उपयोग से शीतलता के साथ साथ हम सन स्ट्रोक की चपेट से आने में बचे रह सकते है। मिट्टी के बर्तन में बने खाने में आयरन, कैल्शियम, सल्फर, मैग्नीशियम जैसे पोशक तत्व मौजूद रहते है। एलुमिनियम स्टील के बर्तन में बने खाने में न्यूट्रीशन कम हो जाते है। मिट्टी के बर्तन में कम तेल का इस्तेमाल होता है। मिट्टी के बर्तनों में खाना स्वादिष्ट एवं स्वास्थ्यवर्धक बनता है।अपच और गैस की समस्या दूर हो जाती है।
पूनम हिंदुस्तानी ने कहां 'पत्तल पर भोजन करने की आदत न सिर्फ पैसो की बचत करेगी बल्कि पानी की भी बचत होगी, निरोगी काया के साथ ही जुठे पत्तल जमीन में गाड़कर खाद बनाने का कार्य करेगी। प्राचीन काल में मंगल अवसरों पर बड़े बड़े भोज पत्तल पर ही कराए जाते थे। इस ओर हम सभी को ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है। प्राकृतिक जीवन हमें मानसिक शांति भी प्रदान करती है।'
इस कार्यक्रम का आयोजन पूर्णरूप से प्राचीन और प्राकृतिक जीवन को ध्यान में रखकर किया गया था। मिट्टी का घर की सजावट तथा मिट्टी का बर्तन, पत्तल की थाल का आयोजन किया गया था तथा सभी महिलाएं प्राचीन सात्विक पोषाक नववारी सारी पहनकर उपस्थित थी। अंत में महाराष्ट्रियन प्राचीन भोजन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
कार्यक्रम का आभार विजयिनी रीना बैनर्जी ने दिया।
विजयिनी रश्मी हरडे, विजयिनी प्राची जगताप, विजयिनी रीमा दिवान चड्डी, विजयिनी डॉ रीभा चावला, विजयिनी नीलू सिंग, विजयिनी अरूणा निकोसे, विजयिनी स्मिता देशमुख, विजयिनी नीता चहांदे, विजयिनी सुष्मिता गंगवानी, विजयिनी सुधा विज, विजयिनी नीशा अग्रवाल, विजयिनी अलका रहाटे, विजयिनी नीलिमा गुप्ता, विजयिनी मीनी बिज्जू, विजयिनी ममता तिवारी,
विजयिनी उपासना चौबे, विजयिनी शशि तिवारी, विजयिनी संगीता पांडे, विजयिनी अरूणा सोनी, विजयिनी सुनीता अनेजा, विजयिनी लतिका त्रिपाठी मिश्रा, विजयिनी उज्मा कौशर, विजयिनी प्रिया सिन्हा, विजयिनी डॉ सुषमा नितनवरे, विजयिनी इशिता चौधरी मुख्य रूप से उपस्थित रही।