बाल चिकित्सा अकादमी नागपुर ने किया पूर्व अध्यक्षों का सम्मान
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नागपुर। बाल चिकित्सा अकादमी नागपुर भारतीय बाल चिकित्सा अकादमी में अग्रणी संगठनों में से एक है। एओपी नागपुर ने बाल स्वास्थ्य, बाल चिकित्सा बिरादरी और संगठन में उनके असाधारण योगदान और समर्पित सेवा के लिए अकादमी के पूर्व अध्यक्षों को सम्मानित किया।
अध्यक्ष डॉ. संजय पखमोड़े और टीम एओपी 2023 ने डॉक्टर्स डे समारोह के एक भाग के रूप में 16 जुलाई 2023 को चिटनवीस सेंटर में 'संवाद' कार्यक्रम का आयोजन किया था।
कार्यक्रम का उद्देश्य एओपी नागपुर के पिछले अध्यक्षों के प्रभावशाली कार्यकाल को याद करना और एओपी नागपुर के विकास के लिए उनके नेतृत्व, उपलब्धियों और अथक प्रयासों का सम्मान करना है। एओपी नागपुर ने 1981 से काम करना शुरू किया और अब तक 42 बार अध्यक्ष रह चुके हैं।
अपने कार्यकाल के दौरान, प्रत्येक अध्यक्ष ने हमारे समाज के विभिन्न क्षेत्रों में सकारात्मक परिवर्तन और प्रगति की शुरुआत करते हुए कई पहल करने के लिए कड़ी मेहनत की। सम्माननीय अतिथियों के रूप में 35 अध्यक्ष के साथ समारोह को पूरी तरह से घर के अंदर ही रखा गया था।
कार्यक्रम की शुरुआत उन सात पूर्व अध्यकक्षों के प्रति संवेदना प्रकट करने से हुई जो अब नहीं रहे। वर्तमान अध्यक्ष डॉ. संजय पखमोड़े के उद्घाटन भाषण के बाद अभिनंदन कार्यक्रम शुरू हुआ।
संरक्षक डॉ. उदय बोधनकर, सीआईएपी सदस्य डॉ. गिरीश चरडे, अध्यक्ष डॉ. संजय पखमोड़े एवं माननीय। सचिव डॉ. योगेश टेंभेकर ने सभी अध्यक्षों का शॉल-श्रीफल एवं सम्मान-पत्र से अभिनंदन किया।
प्रत्येक पूर्व अध्यक्ष को अपने कार्यकाल के दौरान हासिल की गई अपनी यात्रा, चुनौतियों और उपलब्धियों को व्यक्त करने का अवसर दिया गया। उनमें से कुछ ने महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं और अविस्मरणीय यादों के बारे में बताया। डॉ. उदय बोधनकर को 1994 में इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के सबसे कम उम्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में मान्यता दी गई थी।
पूर्व अध्यक्ष जो अब नहीं रहे - डॉ. एम.पी. सालपेकर, डॉ. ए.एम. सूर, डॉ. आर.बी. जयसवाल, डॉ. एस.पी. बिश्वास, डॉ. श्रीमती एस.एस. देशमुख, डॉ. प्रफुल्ल पिम्पलवार, डॉ. मिलिंद मुंशी।
कार्यक्रम में शामिल हुए पूर्व अध्यक्ष - डॉ. डी. एन अग्रवाल, डॉ. एस. डब्ल्यू. चोरघड़े, डॉ. आर.के. खेमुका, एम.एस. रावत, डॉ. अनिल सालपेकर, डॉ. मनमोहन डागा, डॉ. मनोहर तुले, डॉ. श्रीमती ज़ेड हुसैन, डॉ. सुरेश निनावे, डॉ. यशवंत पाटिल, डॉ. श्रीमती वीभावरी दानी, डॉ. अविनाश बानाईत,
डॉ. प्रदीप जयसवाल, डॉ. निशिकांत कोतवाल, डॉ. सुचित बागड़े, डॉ. सतीश देवपुजारी, डॉ. विनोद गांधी, डॉ. संजय मराठे, डॉ. प्रवीण पागे, डॉ. अनिल जयसवाल, डॉ. दीप्ति जैन, डॉ. जयन्त उपाध्ये, डॉ. अनिल राऊत, डॉ. डी. एस. राऊत, डॉ. आर जी पाटिल, सी. एम. बोकाडे, डॉ. नीलोफर मुजावर, डॉ मोहिब हक, डॉ. रवीन्द्र भेलोंडे, डॉ. शुभदा खिरवाडकर, डॉ. विजय धोटे, डॉ. राजकुमार किरतकर। सभी अध्यक्ष लंबे अंतराल के बाद एक-दूसरे से मिलकर अभिभूत हुए।
संवाद कार्यक्रम ने उन सभी को एक मंच पर ला खड़ा किया, जिससे वे भावुक हो गए। कार्यक्रम का सुचारू संचालन डॉ. मीना देशमुख एवं डॉ. जया शिवलकर ने किया। डॉ. योगेश टेंभेकर ने धन्यवाद ज्ञापित किया। पूरे आयोजन का मार्गदर्शन संरक्षक डॉ. उदय बोधनकर ने किया। शुभम कवाडे ने कार्यक्रम की सफलता के लिए कड़ी मेहनत की।