कला और खेल में बेहतरीन अवसर : महेश बंग
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नागपुर। पढ़ाई के साथ-साथ विभिन्न कला और खेल क्षेत्रों में भी बेहतरीन अवसर हैं, और इसे करियर के नजरिए से देखना जरूरी है. यदि स्कूल छात्रों को कला और खेल के क्षेत्र में पढ़ाई के साथ-साथ मार्गदर्शन और मंच प्रदान करे तो छात्र इन क्षेत्रों में भी अपना करियर बना सकते हैं.
खासकर गायन के क्षेत्र में बेहतरीन अवसर हैं. इसके लिए माता-पिता को भी अपने बच्चों को प्रोत्साहित करना चाहिए, ऐसा महेश बंग ने यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान जिला केंद्र नागपुर और बालरंग भूमि परिषद नागपुर शाखा द्वारा आयोजित नाटक गीत प्रतियोगिता के पुरस्कार वितरण समारोह में अध्यक्ष पद से बोलते हुए कहा.
मंच पर महेश बंग, डॉ. अनिल इंदाने, संजय रहाटे, रूपाली मोरे, दत्ता हरकरे, राम भाकरे, मंजिरी वैद्य आदि उपस्थित थे.
बाबूरावजी धनवटे सभागार, राष्ट्रभाषा संकुल, शंकर नगर नागपुर में बालगंधर्व के स्मृति दिवस पर दो आयु समूहों अर्थात् 5 से 12 और 13 से 18 वर्ष में नाटक गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया था.
प्रतियोगिता का उद्घाटन यशवंतराव चव्हाण फाउंडेशन जिला केंद्र अध्यक्ष महेश बंग, बाल रंगभूमि नागपुर शाखा अध्यक्ष आभा मेघे, राजाभाऊ ताकसांडे, डॉ. कोमल ठाकरे, नीलेश खांडेकर विलास कुबड़े रोशन नंदवंशी, वैदेही चवरे, अमोल निर्बांते, किशोर बत्तासे, योगेश राऊत, अनिल ने किया देव, किशोर डफ, अनिल कवाड़े आदि ने दीप प्रज्ज्वलित किया. इस प्रतियोगिता में विदर्भ के 40 से अधिक स्कूलों के छात्रों ने भाग लिया और एक से एक बेहतरीन नाटक ओर गीत प्रस्तुत किए.
प्रतियोगिता में ग्रुप ए (13 से 18 वर्ष) में प्रियल डोनगांवकर को प्रथम पुरस्कार, आयुष मानकर को द्वितीय पुरस्कार, दित्यश सिंह को तृतीय पुरस्कार मिला जबकि गौरी सातपुते और स्वराली चाफले को प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित किया गया. ग्रुप बी (5 से 12 वर्ष) में तोशिता मेहकर को प्रथम पुरस्कार, ज़ूबी राइटर को द्वितीय पुरस्कार और आराध्या तायडे को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. सृष्टि लेखिका एवं गांधार देव को प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
वनराई के अध्यक्ष डॉ. गिरीश गांधी, बाल कुलकर्णी, श्रीराम काले और अन्य गणमान्य लोगो ने दर्शकों के बीच बैठकर नाट्य गीतों का आनंद लिया.
प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में दत्ता हरकरे, पत्रकार राम भाकरे, मंजिरी वैद्य ने जिम्मेदारी निभाई.
वैदेही चवरे सोइतकर ने कार्यक्रम का संचालन किया और यशवंतराव चव्हाण प्रतिष्ठान जिला केंद्र नागपुर और बालरंगभूमि परिषद नागपुर शाखा के सभी पदाधिकारियों ने प्रतियोगिता के आयोजन और इसे सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत की.