खराब सड़कों की तरफ ध्यानाकर्षण जरूरी
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नागपुर (आनंदमनोहर जोशी)। वर्तमान समय में देश ही नहीं दुनिया की सड़कों को नया रूप दिया जा रहा है. नागपुर शहर भी अंतरराष्ट्रीय स्तर का शहर बन रहा है. यहाँ सीमेंट की सड़कें बनाए जाने के बाद अनेक सड़कें डाम्बर की बनी हुई है। बरसात का समय आ रहा है। शहर के पुराना भंडारा रोड मेयो अस्पताल, पोद्यारेश्वर श्रीराम मंदिर, श्रीमोहिनी कॉम्प्लेक्स, भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा, 1840 चर्च, सिम्स अस्पताल के पास की सड़क, वाठोडा उदय लॉन पेट्रोल पंप से स्वामीनारायण मंदिर रोड, उमरेड रोड बहादुरा, मेहँदीबाग रोड, मारवाड़ी चौक से टिमकी, किराना ओली, रेशम ओली, बड़कस चौक चौक, पंडित बच्छराज व्यास चौक आदि कई सड़कों की हालत खराब है.
यही नहीं एशिया के सबसे बड़े बाजार के पास कलमना कृषि उत्पन्न बाजार समिति के आसपास की एक से दो किलोमीटर की सड़कों की हालत भी बेहद चिंताजनक है. यहाँ विजयनगर,भारत नगर, लक्ष्मी चौक, रामानुज नगर, नेताजी नगर, पार्दी पारडी भवानी माता मंदिर के पास की सड़कें भी खराब है.
भारतीय यात्री केंद्र के सचिव वसन्तकुमार शुक्ला का कहना है कि बरसात का मौसम है. शहर की अनेक सड़कों पर गड्ढे है. ऐसे में किसी भी समय दुर्घटना घट सकती है. उन्होंने महानगर पालिका आयुक्त के पत्र दिनांक 11 जून में मोहननगर किंग्स्वे की सड़कों के शीघ्र सुधार के लिए निवेदन किया है. सामाजिक कार्यकर्ता विदर्भ राज्य समिति के पदाधिकारी घनश्याम पुरोहित का कहना है कि नागपुर के पूर्व दिशा में भरतनगर, कलमना कृषि मंडी के पास पंडित जवाहरलाल नेहरू मार्केट यार्ड के गेट के सामने की सड़क कई दशकों से गांव की पगडण्डी के सामान दिखाई दे रही है.
उनका कहना है की यहाँ सैकड़ों ट्रकों में आलू प्याज़, अदरक, लहसुन, आम, संतरा, फल, लाल मिर्ची, अनाज, धान, तनस आदि से 17 टन के ट्रक रोजाना आवागमन करते है. परिसर में गत अनेक दशकों से व्यवस्थित सड़कें नहीं बनाई गई है.