सिंधुपति राजा दाहिरसेन का मनाया बलिदान दिवस
https://www.zeromilepress.com/2023/06/blog-post_57.html
नागपुर/नीमच। इंटरनेशनल सिंधी समाज संगठन नीमच महिला टीम द्वारा 16 जून को प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी सिंधुपति महाराज सम्राट दाहिर सेन के बलिदान दिवस को मनाया। इस अवसर पर बच्चों के लिए स्वंत्रता सैनानी थीम पर फेंसी ड्रेस ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें कई बच्चों ने भाग लिया।
प्रतियोगिता में सुभाषचंद्र बोस, भगतसिंह, रानी लक्ष्मीबाई की वेशभूषा में वीरता का संदेश दिया गया। प्रतियोगिता में शौर्य होतवानी, मेहुल रामचंदानी, नमन लालवानी, धूव्र लालवानी, एकता गुरनानी, लक्ष्मी अंदानी फागुनी परियानी, यशिका अठवानी, रूही केवलानी, वेदही मंगवानी, हिया फूलवानी, सानवी मदनानी सहित अनेक बच्चो ने भाग लिया। इंटरनेशनल अध्यक्ष प्रताप मोटवानी ने नीमच टीम द्वारा आयोजित प्रतियोगिता की तारीफ कर कहा हमारे बच्चों को भी महाराजा दाहिर सेन की वीरता और जीवनी की जानकारी होना चाहिए।
प्रतियोगिता के दौरान अध्य्क्ष दिव्या लालवानी ने बताया सिंध के अंतिम सम्राट सिंधु पति महाराजा दाहिर सेन ने अपने शौर्य और पराक्रम से अरबों से अपने जीवन के अंतिम क्षणों तक मुकाबला किया। भारत पर सबसे पहले विदेशी आक्रमणकारियों ने सिंध पर हमला किया उस समय सिंध पर महाराजा दाहिर सेन का शासन था।
सिंध के वैभव और व्यापार को देखकर अरबों ने सिंध पर आक्रमण किया जिसका बड़ी बहादुरी के साथ सिंधु पति महाराज दाहिर सेन ने मुकाबला किया युद्ध के मैदान में वीरता के साथ लड़ते हुए मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया।