'सफलता की कुंजी' 'उभरते सितारे' में
https://www.zeromilepress.com/2023/06/blog-post_3.html
नागपुर। विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन का नवोदित प्रतिभाओं को समर्पित सदाबहार लोकप्रिय उपक्रम 'उभरते सितारे'। जिसके अंतर्गत 'सफलता की कुंजी' थीम पर बच्चों के लिए सामान्य जानकारी से भरपूर शानदार कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जिसमें ईरा इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक डॉ. राजेश मोहतुरे जी उपस्थित थे। तथा, प्रमुखता के साथ संस्थापक मोरेश्वर मोहतुरे जी और प्रिंसिपल ज्योती मोहतुरे उपस्थिति थीं। जिनका स्वागत सहसंयोजिका वैशाली मदारे और कृष्णा कपूर ने किया गया।
शुरुआत में कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए संयोजक युवराज चौधरी ने 'सफलता की कुंजी' विषय पर बहुत ही सुंदर तरीके से बच्चों और उनके अभिभावकों को समझाया कि सफलता के लिए आत्मविश्वास, धैर्य और साहस के साथ लगन होना चाहिए। अपने संबोधन में डाॅ. राजेश मोहतुरे जी ने कहा कि दृढ़ निश्चय, संकल्प और हिम्मत के साथ आगे बढ़ना ज़रुरी है। सबसे मैत्रीपूर्ण संबंधों को बनाए रखना है।
तत्पश्चात, सभी नवोदित कलाकारों ने सफलता पर अपने विचार व्यक्त करते हुए, अपनी शानदार प्रस्तुतियों से मन मोह लिया। जिसमें, आर्या संदीप भोंगाडे ने हास्य व्यंग के साथ मार्मिक संदेश देते हुए दिल जीत लिया। यशस और लवित बोकाडे ने कविताएं सुनाई।
आराध्या मोहतुरे, एकवीरा तिजारे, संपूर्णा रेमंडल, फ्लोरेंस मते और पूर्वी मंगेश वैद्य ने सुंदर नृत्य का प्रदर्शन किया। मृणाल तेलरांधे, स्पंदन रेमंडल, भव्या अरोरा, ईधा मजूमदार ने सुंदर गीत सुनाए। देवांशी पटनायक ने कीबोर्ड बजाते हुए गीत की प्रस्तुति दी।
नवोदित कलाकारों को शरद मिश्रा, आशा वेदप्रकाश अरोरा, डॉ शालिनी तेलरांधे, लीला पवार, मीनाक्षी केसरवानी, देवस्मिता मानस पटनायक, योगिता तरारे, पूनम पाडीया, मधुरा मजूमदार, गोपाल सिंह भारती, काजल सचिन मते, छाया खंडाते, निशा लवीत बोकाडे आदि ने बहुत सराहा।
कार्यक्रम में कृष्णा कपूर ने सहयोग किया। सहसंयोजिका वैशाली मदारे ने कार्यक्रम का सुंदर संचालन करते हुए बच्चों को सफलता के सूत्र भी समझाया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी सुधीजन, दर्शकों और कलाकारों का संयोजक युवराज चौधरी ने अपने शब्दों में आभार व्यक्त किया।