'उभरते सितारे' में 'लक्ष्य निर्धारण'
https://www.zeromilepress.com/2023/06/blog-post_10.html
नागपुर। 'जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए और अपनी पहचान बनाने के लिए लक्ष्य निर्धारण करना बहुत जरूरी होता है। अगर कोई लक्ष्य ही नहीं रहेगा तो पता ही नहीं चलेगा कि उसे जिंदगी में किस ऊंचाई तक पहुंचना है। कोई लक्ष्य इंसान के साहस से बड़ा नहीं और हारा वही जो लड़ा नहीं।' यह विचार एक प्रतिभावान बाल कलाकार मृणाल तेलरांधे ने रखे।
विदर्भ हिंदी साहित्य सम्मेलन का नवोदित प्रतिभाओं को समर्पित सदाबहार लोकप्रिय उपक्रम 'उभरते सितारे'। जिसके अंतर्गत बच्चों के कैरियर की उन्नति के लिए 'लक्ष्य निर्धारण' विषय पर बच्चों के लिए जानकारी से भरपूर शानदार कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें विनएयर एविएशन के निदेशक बी. आर. शेगोकर अतिथि के रूप में उपस्थित थे। एवं, श्रीमती मंजूषा चकोले, अध्यक्ष एंटी करप्शन और आरटीआई ह्यूमन राइट महाराष्ट्र रीजन की प्रमुखता के साथ इनकी उपस्थिति रही। जिनका स्वागत संयोजक युवराज चौधरी और सहसंयोजिका वैशाली मदारे ने किया।
शुरुआत में कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए संयोजक युवराज चौधरी ने 'लक्ष्य निर्धारण' विषय पर बहुत ही सुंदर तरीके से बच्चों और उनके अभिभावकों को समझाया। अपने संबोधन में श्री. बी.आर. शेगोकर जी ने विस्तृत रूप से 10वीं और 12वीं कक्षा पास होने के बाद किस दिशा में कैरियर के लिए वो अपना लक्ष्य निर्धारित कर सकते हैं, यह बताया।
तत्पश्चात, सभी नवोदित बाल कलाकारों ने लक्ष्य निर्धारण थीम पर अपने विचार व्यक्त करते हुए, अपनी शानदार प्रस्तुतियों से दिल लिया। जिसमें, देवांशी पटनायक, मधुरा बांते, आस्था चकोले, संस्कृति डाहाके ने बहुत सुंदर नृत्य की प्रस्तुति दी। ओजस्वी नसकर, हर्षाली हरणे, श्रेया हरणे, मृणाल तेलरांधे, दुर्योधन निकोडे, पुलस्त्य तरारे, ईधा मजूमदार और राम बागल ने बेहतरीन गीत सुनाए।
आर्या संदीप भोंगाडे ने हास्य व्यंग के साथ एक सामाजिक संदेश भी दिया।
नवोदित कलाकारों को सुमति परिहार, संजीव तेलरांधे, शरद मिश्रा, डॉ. शालिनी तेलरांधे, सुनीता हरणे, लीला पवार, मीनाक्षी केसरवानी, देवस्मिता मानस पटनायक, योगिता तरारे, आनंद डोंगरे, आरसी महतो, अलका नसकर, प्रीति बागल, सोनाली प्रशांत बांते, अलका मनीष चवरे, पूनम पाडीया, मधुरा मजूमदार आदि ने बहुत सराहा।
कार्यक्रम में कृष्णा कपूर और प्रशांत शंभरकर ने सहयोग किया। सहसंयोजिका वैशाली मदारे ने कार्यक्रम का सुंदर संचालन कर बच्चों को पुरस्कृत भी किया। कार्यक्रम में उपस्थित सभी सुधीजन, दर्शकों, कलाकारों और पालकों का आभार संयोजक युवराज चौधरी ने अपने शब्दों में व्यक्त किया।