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दुनिया में मिष्ठान्न का हब बन सकता है भारत : शिवकिशन अग्रवाल


पारम्परिक मिठाइयों की देश में मांग

नागपुर (आनन्दमनोहर जोशी)। भारत के उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम और मध्यभारत की क्षेत्रीय मिठाइयों,व्यंजन का अपना महत्त्व है. हमारे देश की मिठाइयाँ विदेशों में भेजकर भारत को विश्वप्रसिद्धि दिलाने का समय आ गया है. 

वैसे तो खीर, मालपुआ, रोसगुल्ला, पेठा, पेड़ा, बर्फी जैसी मिठाइयों के साथ वर्तमान में कुल्फी की मांग है. भारत की राजधानी दिल्ली में कुल्फी, पंजाब की फिन्नी, अमृतसर की जलेबी, इंदौर की बालूशाही, घेवर, जम्मू कश्मीर की तोशा और मेवा से बनी शुफ्ता मिठाई भी प्रचलन में है. 

जहाँ तक मूंग दाल का हलवा चंडीगढ़ और राजस्थान की मिठाई है. उसी तरह चूरमा हरियाणा और राजस्थान में खानपान का चलन है. राजस्थान के साथ मध्यप्रदेश में दुधिया कीच, मलाई घेवर, मावा बाटी, भुट्टा खीर जैसी मिठाइयों की मांग रहती है. भारत के लद्दाख में तसंपा मिठाई का सेवन किया जाता है. 

हिमाचल प्रदेश मे बूंदी का मीठा, सिक्किम में धान की खीर, सेल रोटी मिठाई, असम का बोखाखात पेड़ा, नारिकेल लाडू, मेघालय में गुड़ से बनी पुखेलीं, नागालैंड की कोठ पीठा, मणिपुर की मधुरंजन, तुंगबा मिठाई का सेवन वहां के नागरिक करते है. 

इतना ही नहीं मिजोरम में कोट पीठा, छंगबान लेह कुरते, एवं बंगवी मिठाई बहुत ही स्वादिष्ट रहती है. त्रिपुरा की खीर तुआ, तेलंगाना की पूर्णम बोरेलू, कौंबनी का मीठा और आंध्र प्रदेश की पोथारेकुलु मिठाई का सेवन वहां के लोग करते हैं.

भारत के अन्य राज्य में ओडिशा की छेना पेड़ा, खाजा और पनीर से बनाई गई महत्वपूर्ण मिठाई की मांग रहती है. अन्य विशेष मिठाइयों में बंगाल का रोसगुल्ला, मिडिडाना,मिष्टी दोई आदि मिठाई देशभर में प्रसिद्द है. इतना ही नहीं झारखंड जैसे राज्य में मालपुआ, दुधौरी जैसी मिठाई का सेवन वर्षभर किया जाता है. 

बिहार में परवल की मिठाई, सुखे मेवे से बना ठेकुआ मिठाई, उत्तराखंड में झंगोर की खीर, सिंगोढ़ी कुलदीप, छत्तीसगढ़ की जलेबी, मालपुआ, देहरोती, तमिलनाडु की पल्बपोली, भुट्टा खीर, माविलॉक मऊ जैसी स्वादिष्ट मिठाई का चलन है. 

वह मध्य प्रदेश की मावाबाटी, उत्तर प्रदेश की बालूशाही, मलाइयों जैसी मिठाई की मांग रहती है. वही केरल की इलनीर पायसम, वेट्टू केक, गोवा राज्य की पेटोलियो, बेबिनका और नारियल से बनी हुई मिठाईया प्रसिद्द है. 

भारत के शेष राज्यों में कर्णाटक की मैसूर पाक, गोकाक, करदाँतु मिठाई प्रचलन में है. वही आगरा का पेठा, दिल्ली का सोहन हलवा, नागपुर की संतरा बर्फी, ग्वालियर, ब्यावर की गजक, महाराष्ट्र में खरवास, मोदक, गुजरात में बासुंदी, आटा मावो मलाई की मिठाई खाई जाती है. अरुणाचल प्रदेश में खाप्से तलाआ मिठाई मुख्यरूप से खाई जाती है. 

वहीँ मध्यभारत के नागपुर के प्रसिद्द मिष्ठान भण्डार में केसर अंगूरी, इमरती, गुलाब जामुन, अनारकली, पाकीजा, अंजीर, पिस्ता बर्फी, गोंद के लड्डू, घेवर, सिंधी गियर, राजभोग, रसगुल्ला, बादाम कतली, काजू कतली, सोन पापड़ी, सोन हलवा जैसी प्रसिद्द मिष्ठान्न पसंदीदा मिठाइयों में महत्वपूर्ण है. मिष्ठान्न विक्रेता प्रसिद्द उद्योगपति शिवकिशन अग्रवाल का मानना है कि भारत विश्व में मिठाई और नमकीन का हब बन सकता है.

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