जावेद हबीब ने एनसीपी से नाता तोड़कर बीआरएस का थामा दामन
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नागपुर। मुस्लिम समाज के प्रसिद्ध समाजसेवी और राष्ट्रवादी काँग्रेस पार्टी के अल्पसंख्यांक ईकाई के प्रदेश कार्याध्यक्ष जावेद हबीब ने राकांपा से नाता तोड़कर, भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) का दामन थाम लिया है।
तेलंगाना की राजधानी हैद्राबाद में आयोजित कार्यकर्ता प्रवेश कार्यक्रम में बीआरएस के सुप्रिमो और तेलंगाना राज्य के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने जावेद हबीब को गुलाबी डुपट्टा' पहनाकर उन्हें पार्टी में प्रवेश कराया और महाराष्ट्र में अल्पसंख्यांक समाज के लोगो तक पार्टी की कल्याणकारी नितियो को पहुचाने का आग्रह किया।
बता दें कि जावेद हबीब एनसीपी में पार्टी की स्थापना से जुड़े थे। एनसीपी में उनका राजनैतिक सफर नागपुर शहर अल्पसंख्यांक अध्यक्ष के तौर आरंभ हुआ था। उन्होने विविध पदो पर रहकर अपनी कार्यकुशलता का प्रदर्शन किया है। लेकिन कुछ माह से जावेद हबीब एनसीपी की नितियों को लेकर बेहद खफा थे।
उनका कहना है राज्य के अल्पसंख्याक समाज को नेकापा से काफी उम्मीदे थी, लेकिन उस उम्मीद की कसौटी पर पार्टी पूरी तरह खरा नहीं उतरी है। उन्होंने बीआरएस के कार्यों और तेलंगाना में विशेषकर अल्पसंख्याक समाज के उत्थान में पार्टी (बीआरएस) द्वारा उठाये गये कदमो की समीक्षा करने के बाद बीआरएस से जुड़ने का निर्णय लिया है।
जावेद हबीब ने आशा व्यक्त की है कि बीआरएस तेलंगाना की तरह, महाराष्ट्र में भी बिना किसी भेद के अल्पसंख्यांक समाज के सर्वागीण विकास को तरजीह देगी और अल्पसंख्याको के संवैधानिक अधिकारो के प्रति न्याय करेगी।
युं भी राज्य में बीआरएस की धमाकेदार 'इन्ट्री' राजनैतिक हल्को में जबरदस्त चर्चाओ की पात्र बनी है। मराठवाडा में दिन -ब- दिन पार्टी की बढ़ती साख इस बात का संकेत है कि आने वाले कल में राज्य की राजनिती में बीआरएस एक 'चैलेंज' बन सकता है। श्री जावेद के बीआरएस से जुड़ने से विदर्भ में पार्टी को उसका अच्छा-खासा लाभ मिल सकता है।