एपीआई वीसी द्वारा 'मेडिसिन अपडेट' पर सीएमई आयोजित
डॉ. दीपक बाहेकर, अध्यक्ष, एपीआई वीसी, 2022 - 23 ने सभा का स्वागत किया और बताया कि केंद्रीय परिषद के सदस्य नवंबर 2023 के पहले सप्ताह में आयोजित होने वाले महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ फिजिशियंस ऑफ इंडिया कॉन्फ्रेंस (मैपिकॉन) की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए यहां आए हैं। सफलता का पूरी तय्यारिया जोरो से चल रही है, सभी का सहभाग अपेक्षित है।
स्वागत अध्यक्ष डॉ. दीपक बहेकर ने किया औपचारिक उद्घाटन गणमान्य व्यक्तियों द्वारा पारंपरिक रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया।
पहले बात करते हैं 'कार्डियो-रीनल सुरक्षा SGLT2 अवरोधक मिथक या वास्तविकता?' डॉ. सुनील अंबुलकर ने विचार-विमर्श किया। अध्यक्ष थे : डॉ. वी. एल गुप्ता, डॉ. आर. बी. कलमकर।
दूसरा व्याख्यान 'एप्रोच टू नान अल्कोहोलिक फॅटी लीवर डीसीज एनएएफएलडी' का वर्णन डॉ. शरद देशमुख ने किया था। सत्र के अध्यक्ष डॉ. पी. के. देशपांडे, डॉ. अंजलि राजाध्यक्ष थे।
तीसरे विषय 'आईसीयू में बुखार' पर डॉ. गिरीश राजाध्यक्ष ने चर्चा की। इस व्याख्यान के अध्यक्ष डॉ. पी. पी. जोशी, डॉ. मंजूषा मार्डीकर।
इसके बाद डॉ. निखिल बालंखे और 'कोविड रिविजिटेड' पर चौथी वार्ता हुई। सत्र की अध्यक्षता करने वाले अध्यक्ष डॉ. राजेश पाटिल, डॉ. शंकर खोबरागड़े थे।
पांचवां व्याख्यान 'साइटोकिन स्टॉर्म' पर डॉ. एस. आर. जायसवाल द्वारा दिया गया। और पीठासीन अध्यक्ष डॉ. रमेश मुंडले, डॉ. दीपक जेसवानी थे।
मास्टर ऑफ सेरेमनी (MOC) डॉ वंदना आदमने और डॉ. नितिन वडस्कर थे।
अंत में डॉ. नितिन वडस्कर सचिव, एपीआई वीसी 2022-23 ने धन्यवाद प्रस्ताव रखा।
इस निरंतर वैद्यकीय शिक्षण कार्यक्रम (सीएमई) में बड़े पैमाने पर चिकित्सा विशेषज्ञों ने भाग लिया।