हिन्दी विभाग में हुआ अकादमी पुरस्कृत रचनाकारों का सत्कार
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नागपुर। हिन्दी विभाग, राष्ट्रसंत तुकडोजी महाराज नागपुर विश्वविद्यालय के तत्वावधान में महाराष्ट्र राज्य हिन्दी साहित्य अकादमी से पुरस्कृत महानगर के रचनाकारों का सत्कार किया गया। इस वर्ष साहित्य अकादमी, मुंबई द्वारा घोषित पुरस्कारों में नागपुर महानगर के बाईस रचनाकारों को विविध विधाओं में लिखित उनके साहित्य के लिए पुरस्कृत किया गया है।
वक्ताओं ने नगर की रचनात्मक प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के लिए ऐसे सत्कार कार्यक्रमों की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि विदर्भ अंचल विशेषकर नागपुर महानगर अपनी सांस्कृतिक, सामाजिक, साहित्यिक प्रकृति के लिए अलग पहचान रखता है। भारतीय भाव बोध का वास्तविक चरित्र हम यहां की प्रकृति में देख सकते हैं।
विदर्भ में हिन्दी भाषा और साहित्य की स्थिति एवं भूमिका पर आधारित परिचर्चा में विभिन्न वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए। परिचर्चा में अखिल भारतीय मराठी साहित्य महामंडल के पूर्व अध्यक्ष श्रीपाद जोशी, क्रांतिकारी साहित्य के लेखक राजेन्द्र पटोरिया , हिन्दी विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. वीणा दाढे, साहित्यकार इंदिरा किसलय, अविनाश बागडे, डॉ. मनोज पाण्डेय , नीरज श्रीवास्तव आदि ने भाग लिया।
रचनाकारों का सत्कार मानविकी संकाय के अधिष्ठाता डॉ. दत्तात्रेय वाटमोडे, श्री श्रीपाद जोशी, डॉ. राजेन्द्र पटोरिया एवं डॉ. वीणा दाढे ने किया।
यामिनी रामपल्लीवार, डॉ. बालकृष्ण महाजन, डॉ. सुरेखा ठक्कर, कृष्णकुमार द्विवेदी, कृष्ण नागपाल, जयप्रकाश सूर्यवंशी, सुरेखा देवघरे, नेहा भंडारकर, मधु शुक्ला, दीप्ति कुशवाह, इंदिरा किसलय, प्रभा मेहता, प्रभा ललित, संतोष पाण्डेय बादल, विनोद नायक, सुधा काशिव, कृष्णा श्रीवास्तव और नरेंद्र सिंह परिहार को अंगवस्त्र, पौधा और मानपत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर डॉ संतोष गिरहे, डॉ. लखेश्वर चंद्रवंशी, डॉ. नीलम वैरागडे, डॉ. कुंजन लाल लिल्हारे, डॉ. काशिव सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। संचालन प्रा. जागृति सिंह ने किया।