केशव कल्चर : संगीत, संस्कृति एवं साहित्य के उत्थान हेतु सतत कार्य
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*केशव कल्चर* संस्था जनवरी 2022 से भारतीय संगीत, संस्कृति एवं साहित्य के उत्थान हेतु सतत कार्य कर रही हैं। कृष्ण-भक्ति से ओत-प्रोत यह संस्था विश्वस्तर पर विभिन्न कलाकारों को पहचान दिलाने में भी प्रयासरत है।
प्रत्येक एकादशी पर *कल्पतरु* और *अष्टसखा* श्रंखला के अंतर्गत कलाकारों और कवियों को नयी पहचान देने हेतु प्रचार - प्रसार की पहल की गयी साथ ही दिल्ली में लगने वाली कला प्रदर्शनी में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कृष्ण प्रेमी कलाकारों की पेंटिंग्स का अवलोकन व मीडिया कवरेज किया जाता रहा है।
जून 2022 से केशव कल्चर *तुमुलध्वनि* के अंतर्गत निशुल्क संगीत और तकनीक की कार्यशालाएँ चलायी जाती हैँ। सोशल मीडिया और वेब साइट के माध्यम से कलाकारों के काम को देश-विदेश में प्रमोट भी किया जाता है ,साथ ही उन्हें उनके क्षैत्र में प्रोजेक्ट्स दिलाने में सहायक है।
त्रैमासिक पत्र पत्रिकाओं की एडिटिंग,आध्यात्मिक एवं नैतिक कहानियों का निर्माण, 2d एनिमेशन और वीडियोज के माध्यम से यूट्यूब चैनल पर (keshavculture) सर्वसुलभ करा रही है l पुस्तकों की डिजाइनिंग में उच्चस्तरीय डिजिटल आर्ट्स का उपयोग जाता है।
इस कार्य को *वेल्ल्वीया क्रिएशन्स* के सौजन्य से किया जाता है l बोस्टन से डा तेजश्री वर्द्धावै अपनी चित्रकारी की कला से नये रंग भरती र्तो दिल्ली से क्रिएटिव टीम नवीन तकनीक और रचनात्मकता का रंग भरती रही है।
विगत वर्ष भी शास्त्रीय गायकों एवं कवियों के साथ फाग महोत्सव का सफल आयोजन किया गया था।
समय - समय पर कविसम्मेलनों और भजन संध्या का आयोजन किया जाता रहा है और *'प्रसादम'* के विमोचन पर ५६ कवियों को कौस्तुभ कवि की उपाधि से अलंकृत किया गया।
*राधाष्टमी* पर भजन संध्या का आयोजन किया गया जिसमें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ८ कलाकारों चित्रकारों ,शास्त्रीय गायकों आदि को *अष्टसखा* उपाधि से अलंकृत किया गया l जिनमे विनीता लवानियाँ जी,गीता जेडे जी, सम्पदा मार्बल्ली, ज्ञानेश्वरी सिंह, डा ममता गाबा जी,डा तेजश्री वर्द्धावै, सीमा गुप्ता जी एवं अदिति गौतम जी थी।
यह संस्था वृद्ध एवं बेसहारा लोगो के लिए कार्यरत संस्थाओं ( अर्थ सेवियर फाउंडेशन , अपना घर ) को भी आर्थिक सहयोग देती है एवं उनके मनोबल को बनाये रखने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करती है।
जुलाई 2022 में गुजरात से समष्टि, सिद्धि जैसी खूबसूरत पत्रिकाओं का विमोचन एवम् जन्माष्ट्मी पर *'प्रसादम'* का वृहद स्तर पर निशुल्क वितरण किया गया।
दिसम्बर में *'प्रसादम'* एवं *'समष्टि'* का विमोचन *'अपना घर'* आश्रम में दिल्ली से सुरेश खांडवेकर जी के कर कमलों से किया गया। *'केशव कल्चर'* की ओर से कवियों और विशिष्ठ अतिथियों को प्रमाण पत्र, स्मृति चिन्ह एवं उपहार इत्यादि वितरित किये गए।
*फरवरी 2023* मे फाग महोत्सव *'रंगी मै श्याम रंग '* के अंतर्गत 72 कलाकारों ने अपनी-अपनी विधा में प्रस्तुति देकर नेशनल बुक रिकॉर्ड में अपना नाम अंकित किया l इस कार्यक्रम में साहित्य 24, प्रियावल्लभ, स्वरांजलि ( संस्थापिका - शालिनी त्यागी एवं वात्सल्य (संस्थापिका -कविता मल्होत्रा ) आदि साहित्यिक एवं संस्कृतिक संस्थाओ ने बढ़- चढ़कर हिस्सा लिया और यह कार्यक्रम २४ दिन तक एकल काव्य प्रस्तुति एवं २४ घंटे अनवरत चल कर एक रिकॉर्ड बनाने में सफल हुआ l *'रंगी मै श्याम रंग'* नाम से संस्था एक साझा संकलन भी ला रही है जो प्रतिभागी कवियों के लिए निशुल्क रहेगी।
*केशव कल्चर* के तत्वाधान में होने वाले कार्यक्रमों को साहित्य 24, निर्दलीय (संस्थापक -कैलाश श्रीवास्तव 'आदमी' ), दा ग्राम, देवभूमि, जीरोमाइल , शिक्षावाहिनी आदि समाचार पत्रों के संचालकों ने मीडिया कवरेज देकर अपना भरपूर सहयोग और समर्थन दिया जिसके लिए संस्था उनकी आभारी है।
संगीत गुरुओं हिमाली आर पानवाला जी,शालिनी त्यागी जी, नवीन दुबे जी, सम्पदा मार्बल्ली जी एवं गीता जेडे जी एवं आध्यात्मिक गुरुओ में आचार्य ब्रजपाल शुक्ला, हरिबंश पाण्डेय जी एवं दिनेश शर्मा जी का संस्था आभार प्रकट करती है।
वरिष्ठ सहित्यकार सरिता गर्ग 'सरि' जी और सुरेश खांडवेकर जी के संरक्षण में संस्था नये मार्ग प्रशस्त कर रही है l संस्था की महानिदेशिका प्रतिभा शर्मा जी एवं संरक्षिका आ. किरण अवस्थी जी (usa), आ. ज्ञानेश्वरी सिंह जी, विनिता लवानिया जी, डा. ममता गाबा जी के अनवरत प्रयासों, उत्साहवर्धन से ही यह सब संभव हो पाया है।
साथ ही समय - समय पर होने वाले कार्यक्रमों में आदरणीय सरिता गर्ग 'सरि' ,डा. एन के पाठक , के .एल सोनी जी ,अनुज कुमार तिवारी ,भावना भारद्वाज, विभा सिंह जी, प्रशांत द्विवेदी एवं सौरभ बाजपेयी जी की मंच संचालन में अहम भूमिका रहती है।
फाग मे कान्हा भक्तों द्वारा भेजी गयी पातियों को ब्रजधाम बाँके बिहारी जी के चरणों में पहुँचाने के साथ ही यह संस्था 'पाती' नाम से पुस्तक भी लेकर कर आ रही है l साथ ही फाग के दौरान चलायी गयी प्रतियोगिता में कृष्णा पर अधिकतम उत्कृष्ट रचनाएँ लिखने हेतु वरिष्ठ साहित्याकार और 'निर्दलीय' की सम्पादिका आ.सरिता गर्ग 'सरि' जी की कविताओं को पुस्तक का प्रारूप देकर 'छप्पन भोग' नाम से उपहार स्वरूप प्रकाशित किया जा रहा है।
हमारी आगामी पत्रिकाओं *'छप्पन भोग', 'रंगी मै श्याम रंग', 'पाती' एवं 'वृंदा न्यूज़लेटर'* के संपादन का काम प्रगति पर है l आप भी यदि इस परिवार का हिस्सा बनेंगे तो हमें अपार खुशी होगी l आप हमें अपनी रचनाएँ भेजने के लिए ईमेल कर सकते है।
ईमेल keshavculture@gmail.com
भविष्य में यह संस्था जनकल्याण हेतु अपने विभिन्न कार्यों द्वारा अनेक सोपान चढ़ने के लिए प्रयासरत है।
संस्थापिका
- दीप्ति शुक्ला
केशव कल्चर