नये विद्यालय में जाएं तो वहां करें आदर्श स्थापित : प्रधानाचार्य अजीत
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नागपुर/बंदरा (संदीप कुमार मिश्रा)। विदाई का दुख जितना एक माँ अपने कलेजे पर सहन करती है जितना एक पिता अपने मन पर सहन करता है ठीक उतना ही दुख सहना करते हैं एक विद्यालय के शिक्षक, शिक्षिकाएँ जब उनके पढ़ाए बच्चे के शैक्षणिक सत्र का अंत होता है। भले ही विदाई के क्षण में उस शिक्षक की आँखों से दो अश्रु की बूँद धरा पर ना गिरे पर उस क्षण उस शिक्षक का मन बेइंतहा रोता है, उस शिक्षिका के लिए भी वह पल बेहद दुख भरा होता है जिन्हें वह आरंभ से अक्षर ज्ञान की शुरुआत करवाती हैं।
आज जब मुजफ्फरपुर जिले के बंदरा प्रखंड के उ. मध्य सिमरा मल्लाह टोला के आठवीं कक्षा के बच्चों की विदाई समारोह आयोजित की गई उस क्षण जो मन का महौल विद्यालय प्रधानाचार्य अजीत जी के चेहरे पर था ठीक वैसा ही मन का महौल था- विद्यालय की शिक्षिकाएं- ज्योति कुमारी, सोनाली प्रियवंदा, कनक कुमारी, रंजू कुमारी व विद्यालय के शिक्षा समिति अध्यक्ष रीता देवी का।
प्रधानाचार्य अजीत जी ने बच्चों को आशीर्वाद समर्पित करते हुए कहा कि बच्चों नये विद्यालय में जाएं तो वहां संगति बेहतर बनाएं व एक आदर्श स्थापित करें। वहीं विद्यालय की तमाम शिक्षिकाओं ने बच्चों के हौंसले को बढ़ाते हुए प्रेरणादायक जो शब्द कहे उसे सुनकर आठवीं कक्षा के बच्चों के चेहरे पर आशा व उम्मीद की अनगिनत किरणें नज़र आ रही थीं।
विदाई समारोह में गुरु दीक्षा क्लासेज के संस्थापक संदीप कुमार मिश्रा भी मौजूद थे, उन्होंने बच्चों के संबोधन में प्रेरणा भरे दो शब्द कहकर कहा कि प्रिय बच्चों इस विद्यालय की तमाम खूबियों को अपने मन में संजोकर रख लें, व विद्यालय में जाकर वहां अपने मन, क्रम, वचन से एक आदर्श स्थापित करें। संदीप ने कहा मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि कल की तारीख में आप मर्यादापुरुषोत्तम राम समान बनें, विवेकानंद बनें, एपीजे अब्दुल कलाम बनें।
विदाई समारोह में बच्चों की खुशी के लिए जिस तरह माता-पिता तमाम व ज़रूरत की वस्तु देते हैं जिनसे उनकी बेटी को सुख मिले ठीक उसी तरह इस विद्यालय की शिक्षिका अंजु ललितोषा मैम ने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए उपहार स्वरुप अनमोल उपहार कॉपी व समर्पित की।
जो कि निश्चित ही बच्चों के लिए यह अनमोल उपहार था। बच्चों को उपहार समर्पित करने के पश्चात आठवीं कक्षा के बच्चों स्थानांतरण प्रमाण पत्र भी समर्पित किया गया, इस प्रकार बच्चों की विदाई संपन्न हुई।